Palampur Nagar Nigam: पालमपुर में महापौर की दौड़ में चार पार्षद, देखिए समीकरण

Palampur Nagar Nigam पालमपुर नगर निगम चुनाव में जीत का सेहरा पहन चुकी कांग्रेस पार्टी में महापौर की कुर्सी पर बैठने के चार पार्षद दावेदार हैं। इनमें से किसकी दावेदारी सबसे मजबूत होगी इसका फैसला सोमवार को जाएगा। इसके लिए कौल सिंह व आशा कुमार के नेतृत्व बैठक होगी।

By Edited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 06:32 AM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 10:13 AM (IST)
Palampur Nagar Nigam: पालमपुर में महापौर की दौड़ में चार पार्षद, देखिए समीकरण
पालमपुर नगर निगम चुनाव में जीत के बाद कांग्रेस में महापौर की कुर्सी पर बैठने के चार दावेदार हैं।

पालमपुर, कुलदीप राणा। पालमपुर नगर निगम चुनाव में जीत का सेहरा पहन चुकी कांग्रेस पार्टी में महापौर की कुर्सी पर बैठने के चार पार्षद दावेदार हैं। इनमें से किसकी दावेदारी सबसे मजबूत होगी, इसका फैसला सोमवार को जाएगा। इसके लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता कौल सिंह व आशा कुमार के नेतृत्व बैठक होगी। चुनाव में 15 में से 11 वार्डाें पर जीत हासिल कर चुकी कांग्रेस को एक निर्दलीय पार्षद का भी साथ मिला है। नगर निगम में महापौर का पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होने से कांग्रेस में थोड़ी असमंजस की स्थिति भी रहेगी।

अनुसूचित जाति के लिए हालांकि तीन वार्ड आरक्षित थे, लेकिन पार्टी में इस जाति वर्ग से एक पुरुष और तीन महिलाएं पार्षद बनी हैं। अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित वार्ड नौ चौकी से निशा राज, वार्ड 15 होल्टा से पूनम बाली और वार्ड 13 टांडा से विनय कुमार पार्षद बने हैं। वहीं सामान्य वर्ग के वार्ड पांच सुग्घर से शशि ¨डपल भी अनुसूचित जाति से संबंध रखती हैं।

सोमवार को बैठक में इन चारों चेहरों पर चर्चा के बाद ही तय होगा कि किसे महपौर की कुर्सी सौंपी जाएगी। अभी तक के समीकरणों के अनुसार पूनम बाली पर कांग्रेस दाव खेल सकती है। इसका कारण है कि करीब दो दशक से कांग्रेस को सेवाएं देने के साथ वह 15 साल से महिला मंडल की प्रधान भी हैं।

कांग्रेस ने सभी प्रत्याशियों की घोषणा के बाद अंतिम समय में पूनम बाली का टिकट फाइनल किया था। भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आई वार्ड पांच सुग्घर से विजयी शशि डिंपल का संबंध भी अनुसूचित जाति से है। वार्ड नौ से निशा राज भी महापौर की दौड़ में हो सकती हैं। आरक्षित वर्ग से विजय एकमात्र पुरुष पार्षद विनय कुमार पर भी पार्टी विश्वास जता सकती है। वहीं उपमहापौर के तलबगारों की लंबी लाइन है।

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