केबीसी में 25 करोड़ रुपये की लॉटरी के नाम पर ठगी का प्रयास, वाट्सएप ग्रुप में जोड़े कई नंबर और की यह मांग

Pakistan Cyber fraud पाकिस्तान ने अब लाॅटरी के नाम पर भारत के लोगों को ठगने की साजिश रची है।

By Rajesh SharmaEdited By: Publish:Wed, 20 Nov 2019 01:18 PM (IST) Updated:Wed, 20 Nov 2019 03:01 PM (IST)
केबीसी में 25 करोड़ रुपये की लॉटरी के नाम पर ठगी का प्रयास, वाट्सएप ग्रुप में जोड़े कई नंबर और की यह मांग
केबीसी में 25 करोड़ रुपये की लॉटरी के नाम पर ठगी का प्रयास, वाट्सएप ग्रुप में जोड़े कई नंबर और की यह मांग

मंडी, जागरण संवाददाता। पड़ोसी देश पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। पाकिस्तान ने अब लाॅटरी के नाम पर भारत के लोगों को ठगने की साजिश रची है। इसके लिए शातिरों ने कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) को अपना मोहरा बनाया है। एक नामी कंपनी के सैकड़ों मोबाइल उपभोक्ताओं को शातिरों ने केबीसी-11 नाम से बनाए वाट्सएप ग्रुप से जोड़ उसमें एक वीडियो संदेश भेजा। इसमें 5000 मोबाइल उपभोक्ताओं को 25-25 लाख की लाॅटरी निकलने की बात कही गई। साथ में यह बताया गया कि आप जो वाट्सएप नंबर यूज कर रहे हो, उस नंबर पर ड्रॉ से 25 लाख की लाॅटरी आपके नाम निकली है।

लाॅटरी का पैसा लेने के लिए शातिर वीडियो संदेश में दिए गए एक वाट्सएप नंबर 077717563398 पर वाट्सएप कॉल करने या फिर उसे अपने कांटेक्‍ट में शामिल करने की सलाह दे रहे हैं। शातिरों ने इसे आल इंडिया सिमकार्ड लक्की ड्रॉ कंपीटिशन स्कीम का नाम दिया है। पोस्टर पर अभिताभ बच्चन का फोटो है। आरबीआइ सहित कई अन्य बड़ी कंपनियों की मुहर लगी हुई है।

वीडियो संदेश में किसी राणा प्रताप के नाम का जिक्र किया गया है। पाकिस्तान का कोड देख कई लोगों ने तुरंत ग्रुप एक्जिट कर लिया। कुछ लोग शातिरों के चंगुल में फंस गए। वाट्सएप नंबर दूसरे ग्रुप में जोडऩे या फिर उस पर कॉल करने पर शातिरों ने लोगोंं से लाॅटरी की 25 लाख की राशि लेने के लिए कुछ पैसे की मांग करना शुरू कर दी। शातिरों का कहना था कि आरबीआइ के निर्देशानुसार जीएसटी की 18 फीसद राशि जमा करनी होगी।

शातिरों के इस झांसे में कितने लोग आए हैं, फिलहाल इसका पता नहीं चल पाया है। वहीं, पुलिस अधीक्षक मंडी गुरदेव शर्मा का कहना है साइबर क्राइम को लेकर लोगों को बार-बार अलर्ट किया जा रहा है। कोई भी व्यक्ति सोशल मीडिया या फिर किसी अन्य माध्यम से ऐसे शातिरों के झांसे में न आए। पुलिस का साइबर क्राइम विंग मामले की जांच कर रहा है।

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