मंड में धान खरीद केंद्र तो खाेल दिया पर पंजीकरण के लिए छूटे किसानों के पसीने, नहीं चल रहा सरकार का एप

Paddy Purchase Center सरकार ने मंड क्षेत्र के त्यौड़ा में गांव में धान खरीद केंद्र खोलने की घोषणा कर दी है। इसके साथ ही यह भी स्पष्ट किया है कि किसानों को यहां अपनी फसल बेचने के लिए सात अक्टूबर से पंजीकरण करवाना होगा।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Sat, 09 Oct 2021 08:58 AM (IST) Updated:Sat, 09 Oct 2021 09:00 AM (IST)
मंड में धान खरीद केंद्र तो खाेल दिया पर पंजीकरण के लिए छूटे किसानों के पसीने, नहीं चल रहा सरकार का एप
सरकार ने मंड क्षेत्र के त्यौड़ा में गांव में धान खरीद केंद्र खोलने की घोषणा कर दी है।

इंदौरा, रमन कुमार। Paddy Purchase Center, हिमाचल प्रदेश सरकार ने उपमंडल नूरपुर, इंदौरा व फतेहपुर क्षेत्र के किसानों को राहत देते हुए मंड क्षेत्र के त्यौड़ा में गांव में धान खरीद केंद्र खोलने की घोषणा कर दी है। इसके साथ ही यह भी स्पष्ट किया है कि किसानों को यहां अपनी फसल बेचने के लिए सात अक्टूबर से पंजीकरण करवाना होगा। इसके विपरीत क्षेत्र के किसानों की स्थिति यह है कि लोग धान खरीद केंद्र में अपना पंजीकरण ही नहीं करवा पा रहे हैं। संबंधित विभाग की ओर से भी इसके बारे में कोई उचित जानकारी न देने के कारण मंड क्षेत्र के किसान इस बात से बिल्कुल अनजान हैं कि उनका रजिस्ट्रेशन कब कहां और कैसे होगा।

अभी तक सरकार और प्रशासन द्वारा इस प्रति किसी भी जानकारी को किसानों तक नहीं पहुंचाया गया है जिस कारण किसान मायूस है। वहीं भाजपा के नेताओं द्वारा राजनीति का रंग रंगते हुए सिर्फ मंडी खोलने का श्रेय लेने के लिए ही होड़ लगी हुई है। क्षेत्र के किसान पोर्टल में पंजीकरण  करवाने के लिए हाथ पैर मार रहा है।

मंड क्षेत्र के किसान सिद्धांत मन्हास, बलदेव ठाकुर, शशिपाल, बलवान सिंह ने बताया उनकी फसल मंडीकरण को तैयार है। लेकिन उनको पंजीकरण करवाने की जानकारी न होने के कारण भागदौड़ करनी पड़ रही है। सरकार को चाहिए कि किसान पोर्टल का लिंक शेयर करे, ताकि किसान अपनी चिंता से छुटकारा पा सके।

उन्होंने बताया फ़ूड इंस्पेक्टर इंदौरा मनोज मेहरा द्वारा दिए गए लिंक को जब किसानों ने खोलने की कोशिश की तो उसमें भी उन्हें भारी कठनाई का सामना करना पड़ा तथा लिंक ओपन नहीं हो पा रहा है, जिस कारण किसान परेशान हैं।

उधर इंदौरा के फूड इंस्पेक्टर मनोज मेहरा ने बताया इसी लिंक के माध्यम से किसान अपना पंजीरकरण करवा सकते हैं और अपनी फसल बेच सकते हैं।

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