धान खरीद केंद्र न खुलने से झड़ने लगी फसल

रमन कुमार इंदौरा हर साल डेढ़ लाख क्विंटल धान की पैदावार करने वाले इंदौरा व मंड क्षेत्रों के किसानों को सरकार की घोषणा के समय पर लागू न होने से नुकसान उठाना पड़ रहा है। सरकार ने मंड क्षेत्र के त्यौड़ा गांव में धान खरीद केंद्र खोलने की घोषणा की थी। घोषणा के अनुसार सात अक्टूबर से धान की फसल बेचने के लिए आनलाइन पंजीकरण शुरू हो जाना था जबकि 11 अक्टूबर तक धान खरीद का कार्य शुरू होना था लेकिन वर्तमान में स्थिति यह है कि अभी तक खरीद केंद्र ही नहीं खुल पाया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Oct 2021 06:00 AM (IST) Updated:Tue, 12 Oct 2021 06:00 AM (IST)
धान खरीद केंद्र न खुलने से झड़ने लगी फसल
धान खरीद केंद्र न खुलने से झड़ने लगी फसल

रमन कुमार, इंदौरा

हर साल डेढ़ लाख क्विंटल धान की पैदावार करने वाले इंदौरा व मंड क्षेत्रों के किसानों को सरकार की घोषणा के समय पर लागू न होने से नुकसान उठाना पड़ रहा है। सरकार ने मंड क्षेत्र के त्यौड़ा गांव में धान खरीद केंद्र खोलने की घोषणा की थी। घोषणा के अनुसार सात अक्टूबर से धान की फसल बेचने के लिए आनलाइन पंजीकरण शुरू हो जाना था, जबकि 11 अक्टूबर तक धान खरीद का कार्य शुरू होना था, लेकिन वर्तमान में स्थिति यह है कि अभी तक खरीद केंद्र ही नहीं खुल पाया है।

मंड क्षेत्र में 75 हजार एकड़ भूमि पर धान की बिजाई होती है और हर साल औसतन डेढ़ लाख क्विंटल पैदावार होती है। किसानों का कहना है कि धान की कटाई 10 दिन देरी से शुरू होने से फसल खेत में ही झड़नी शुरू हो गई है और प्रति एकड़ करीब छह क्विंटल का नुकसान हो रहा है। हालांकि कुछ किसानों ने फसल काट ली है, लेकिन उनके पास उसे स्टोर करने के लिए प्रबंध नहीं है। किसानों ने ट्रालियों में लादकर फसल रखी है। अगर थोड़ी भी बारिश हुई तो उनकी मेहनत मिट्टी में मिल जाएगी।

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धान खरीद केंद्र न खुलने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्टोरेज क्षमता न होने से कटाई करना भी मुश्किल हो गया है। सरकार जल्द से जल्द कदम उठाए।

-सिद्धांत मन्हास।

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पहले पंजाब में धान की फसल बेचने जाते थे। वहां नाकों में परेशानी होती थी, लेकिन फसल समय पर बिक ही जाती थी। खरीद केंद्र न खुलने से नुकसान हो रहा है।

-अनिल चौधरी।

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धान खरीद केंद्र शुरू करने के लिए सरकार व विभाग को समयसीमा का ध्यान रखना चाहिए। खेत में ही फसल खराब होने से नुकसान हो रहा है।

-सुनील कुमार

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ऐसे ही हालात रहे तो नुकसान बहुत अधिक हो जाएगा। सरकार को घोषणा ही नहीं करनी चाहिए थी। अब नुकसान का मुआवजा प्रदान करे।

-जसबीर कटोच

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टेंडर प्रक्रिया में देरी के कारण अभी तक धान खरीद केंद्र शुरू नहीं हो पाया है। 15 या 16 अक्टूबर को टेंडर होने के बाद 20 से धान खरीद केंद्र शुरू हो जाएगा।

-राज कुमार भारद्वाज, सचिव राज्य कृषि विपणन बोर्ड, हिमाचल प्रदेश

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