जुलाई अंत तक ऊना अस्पताल में दो सौ बिस्तर पर होगी आक्सीजन सुविधा

क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में जुलाई के अंत तक आक्सीजन प्लांट के माध्यम से 200 बिस्तर को निरंतर आक्सीजन की मिलेगी। यह प्लांट अस्पताल में दाखिल होने वाले मरीजों को आक्सीजन की कमी नहीं आने देगा। आगामी कुछ दिनों में इस प्लांट को यहां स्थापित कर दिया जाएगा।

By Vijay BhushanEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 11:00 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 11:00 PM (IST)
जुलाई अंत तक ऊना अस्पताल में दो सौ बिस्तर पर होगी आक्सीजन सुविधा
छठे वित्तायोग के अध्यक्ष सतपाल सत्ती। जागरण आर्काइव

ऊना, संवाद सहयोगी। क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में जुलाई के अंत तक आक्सीजन प्लांट के माध्यम से 200 बिस्तर को निरंतर आक्सीजन की मिलेगी। यह प्लांट अस्पताल में दाखिल होने वाले मरीजों को आक्सीजन की कमी नहीं आने देगा। आगामी कुछ दिनों में इस प्लांट को यहां स्थापित कर दिया जाएगा।

इसकी जानकारी राज्य छठे वित्तायोग के अध्यक्ष सतपाल ङ्क्षसह सत्ती ने साझा की है। उन्होंनेे बताया कि अस्पताल में 1000 एलपीएम क्षमता वाले प्लांट की स्थापना के लिए कार्य शुरू हो गया है जिसके बाद डीआरडीओ प्लांट की मशीनरी स्थापित करेगा। दो-तीन दिन में अस्पताल के अंदर तक आक्सीजन पहुंचाने के लिए पाइपलाइन बिछाने का कार्य शुरू हो जाएगा। प्लांट की मशीनरी स्थापित होने के बाद इसे पाइपलाइन से जोड़ा जाएगा। आने वाले समय में पाइप के माध्यम से आक्सीजन की सप्लाई निर्माणाधीन मातृ-शिशु अस्पताल को भी दी जाएगी। सत्ती ने कहा कि आक्सीजन प्लांट प्रदेश सरकार केंद्र की सहायता से लगा रही है। पूरे प्रदेश में पीएम-केयर्स फंड से कुल छह आक्सीजन प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं जिनमें से एक क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में लगाया जा रहा है। इस प्लांट को शुरू करने के लिए 29 लाख रुपये की लागत से जेनरेटर तथा आठ लाख रुपये की लागत से ट्रांसफार्मर भी लगाया जाएगा।

प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत है। सरकार ने ऊना क्षेत्रीय अस्पताल को 300 बिस्तर का बनाने का फैसला किया तथा इसके साथ ही विभिन्न श्रेणियों में 76 पद भरने को भी मंजूरी दी है। साथ ही मदर एंड चाइल्डकेयर यूनिट का निर्माण कार्य भी युद्धस्तर पर चल रहा है। सरकार के इन फैसलों से जिले की जनता को आने वाले समय बहुत लाभ मिलेगा।

उल्लेखनीय है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान देशभर में आक्सीजन की कमी का सामना करना पड़ा था। इसी को देखते हुए केंद्र व प्रदेश सरकार आक्सीजन प्लांट लगाने पर जोर दे रही हैं।

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