जेनरेटर से आक्सीजन कंसंट्रेटर चला बांधे रखी सासों की डोर

शनिवार अलसुबह कड़ोआ पंचायत से राज कुमार ने टीम के वालंटियार संदीप शर्मा चेला को फोन पर बताया कि उनकी 89 वर्षीय माता स्वर्णा देवी को सांस लेने में दिक्कत आ रही है। स्वजन उन्हें डाडासीबा अस्पताल भी लेकर गए थे लेकिन रात को ही वापस ले आए।

By Vijay BhushanEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 10:10 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 10:10 PM (IST)
जेनरेटर से आक्सीजन कंसंट्रेटर चला बांधे रखी सासों की डोर
कड़ोआ पंचायत के पलाटा गांव में जेनरेटर से आक्सीजन कंसंट्रेटर चलाकर महिला के लिए आक्सीजन का प्रबंध किया गया। जागरण

चिंतपूर्णी, संवाद सहयोगी। विपरीत हालात में भी समाजसेवी, नेशनल शिङ्क्षपग बोर्ड के सदस्य और वीआर मैरीटाइम के प्रबंध निदेशक कैप्टन संजय पराशर की टीम क्षेत्रवासियों की सेवा में तत्पर है। इसका अंदाजा तब लगा जब शुक्रवार रात को तेज तूफान और बारिश की वजह से संपर्क मार्ग बंद हो गए और विद्युत सप्लाई भी पूरी तरह से बाधित हो गई, लेकिन पराशर की टीम ने समाजसेवा के जज्बे से काम रखते हुए कड़ोआ पंचायत के पलाटा गांव की एक बुजुर्ग महिला की सांसों की डोर को बांधे रखा। महिला के स्वास्थ्य में शनिवार शाम तक सुधार देखने को मिला।

शनिवार अलसुबह कड़ोआ पंचायत से राज कुमार ने टीम के वालंटियार संदीप शर्मा चेला को फोन पर बताया कि उनकी 89 वर्षीय माता स्वर्णा देवी को सांस लेने में दिक्कत आ रही है। स्वजन उन्हें डाडासीबा अस्पताल भी लेकर गए थे, लेकिन रात को ही वापस ले आए। उन्होंने बताया कि आक्सीजन कंसंट्रेटर हो तो बुजुर्ग को राहत मिल सकती है। चूंकि मरीजों को आक्सीजन कंसंट्रेटर देने के बाद कोई भी मशीन स्टाक में नहीं थी। ऐसे में गरली में ठीक हो चुके मरीज से कंसंट्रेटर लाने के लिए टीम वाया लग्ग बलियाणा के रास्ते से निकल पड़ी। जब टीम के सदस्य आधे रास्ते में पहुंचे तो आगे पेड़ गिरा होने से रास्ता आवाजाही के लिए पूर्ण बंद था। फिर टीम रूट बदलकर गरली में पहुंची और वाया बीहण गांव होते हुए कड़ोआ के लिए चल दी, लेकिन वहां भी रास्ते में पेड़ गिरे थे।

खैर किसी तरह सदस्य जब देवी के घर पहुंचे तो पता चला कि बिजली रात से ही गुल है। ऐसे में जेनरेटर मंगवाया गया और फिर आक्सीजन कंसंट्रेटर चलाया गया। पहले बुजुर्ग महिला का आक्सीजन स्तर 77 था, जोकि मशीन लगाने के बाद 90 तक पहुंच गया। महिला के बेटों राज कुमार व रत्नेश कुमार ने बताया कि संजय पराशर व उनकी टीम के प्रयासों से ही उनकी माता के लिए यह व्यवस्था हो पाई। इस नेक कार्य के लिए वे पराशर के आभारी हैं।

उधर, शुक्रवार देर शाम पीरसलूही गांव में एक कोरोना संक्रमित के घर में भी पराशर की टीम के सदस्य व स्थानीय पंचायत प्रधान संजीव कुमार ने आक्सीजन कंसंट्रेटर पहुंचाने की व्यवस्था की। उक्त मरीज की हालत भी स्थिर बनी हुई है। संजय पराशर ने बताया कि आक्सीजन कंसंट्रेटर की व्यवस्था क्षेत्र के मरीजों के लिए 24 घंटे की जा रही है। भविष्य में भी टीम को लगातार इस दिशा में काम करते रहने के लिए कहा है।

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