आउटसोर्स कर्मचारियों के साथ हो रहा सौतेला व्यवहार, मुख्यमंत्री से स्थायी नीति बनाने की मांग
Outsource Employees Union भाजपा प्रदेश कार्य समिति की बैठक के बाद शुक्रवार दोपहर बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर हेलिकॉप्टर से फतेहपुर में पूर्व मंत्री स्वर्गीय सुजान सिंह पठानिया के परिवार को ढांढस बंधवाने पहुंचे थे। फतेहपुर में पहुंचने पर आउटसोर्स कर्मचारी महासंघ अध्यक्ष शैलेंद्र शर्मा ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा।
धमेटा, जेएनएन। भाजपा प्रदेश कार्य समिति की बैठक के बाद शुक्रवार दोपहर बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर हेलिकॉप्टर से फतेहपुर में पूर्व मंत्री स्वर्गीय सुजान सिंह पठानिया के परिवार को ढांढस बंधवाने पहुंचे थे। फतेहपुर में पहुंचने पर आउटसोर्स कर्मचारी महासंघ अध्यक्ष शैलेंद्र शर्मा ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा करीब 10-15 वर्ष से हिमाचल प्रदेश वर्षों से कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारियों ने विधायकों को स्थायी नीति बनाने और इनके भविष्य को सुरक्षित करने के लिए ज्ञापन दिए। विधानसभा के बजट सेशन से पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मुलाकात और मांग पत्र दिए, लेकिन अभी तक कोई हल नहीं हो पाया है।
उन्होंने कहा कार्यों को सुलभ करने के लिए सरकार की ओर से किसी एजेंसी ठेकेदार के माध्यम से सभी औपचारिकताएं जैसे शैक्षणिक योग्यता तकनीकी योग्यता एवं वांछित अनुभव के साथ छंटनी करने के उपरांत ही भर्ती किए गए हैं। आश्चर्यजनक बात यह है जब और आउटसोर्स कर्मचारियों को मासिक वेतन देने की बारी आती है तो उनके साथ हमेशा सौतेला व्यवहार किया जाता है। आखिर प्रदेश सरकार उनके साथ यह शोषण क्यों कर रही है, जिससे आउटसोर्स कर्मचारी अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
नियमित व आउटसोर्स दोनों ही वर्गों के कर्मचारी ऐसा समान काम करते हैं, तो वेतनमान में भिन्नता क्यों की जाती है। उन्होंने कहा इतने कम वेतन से उनके परिवार का पालन पोषण चलना असंभव सा हो गया है, क्योंकि देश में महंगाई ने आम जनता की कमर तोड़ कर रख दी है। उन्होंने मांग की है कि आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए एक स्थायी नीति बनाई जाए।