जिस हेलीकॉप्टर के लिए मुख्यमंत्री को बनाया निशाना, आपदा में वही काम आया : उमेश दत्त

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता और चंबा जिला भाजपा प्रभारी उमेश दत्त ने एक बयान में कहा है कि प्रदेश सरकार ने नया हेलिकाप्टर शिमला पहुंचते ही उसे खुद इस्तेमाल करने के बजाय रेस्क्यू अभियान में लगा दिया।

By Richa RanaEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 04:11 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 04:11 PM (IST)
जिस हेलीकॉप्टर के लिए मुख्यमंत्री को बनाया निशाना, आपदा में वही काम आया : उमेश दत्त
हेलीकॉप्टर मुद्दे पर मुख्यमंत्री पर निशाना साधने वाले विपक्ष को करारा जबाब मिला है।

धर्मशाला, जागरण संवाददाता। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता और चंबा जिला भाजपा प्रभारी उमेश दत्त ने एक बयान में कहा है कि प्रदेश सरकार ने नया हेलिकाप्टर शिमला पहुंचते ही उसे खुद इस्तेमाल करने के बजाय रेस्क्यू अभियान में लगा दिया जोकि हेलीकॉप्टर मुद्दे पर मुख्यमंत्री पर निशाना साधने वाले विपक्ष को करारा जबाब है। प्रदेश सरकार ने इस बड़े हेलिकाप्टर का प्रदेश में पंहुचते ही लाहौल-स्पीति में फंसे पर्यटकों का रेस्क्यू करने के लिए उपयोग किया। बड़े हेलीकॉप्टर के मुद्दे पर कांग्रेस के सभी नेताओं ने जमकर राजनीति की और लोगों को सरकार के खिलाफ भड़काने का कार्य किया।

उमेश दत्त ने आगे कहा कि इसी हेलिकाप्टर को लेकर कुछ दिन पहले विपक्ष ने जमकर विवाद किया था। प्रदेश सरकार की ओर से इतना बड़ा हेलिकॉप्‍टर लेने को फिजूलखर्ची बताया था। सरकार की तरफ से उस समय भी विपक्ष को कहा था कि जनजातीय क्षेत्र के लोगों की दिक्कत को देखते हुए इतना बड़ा हेलिकाप्टर किराये पर लिया गया है। सर्दियों में जनजातीय क्षेत्र लाहुल-स्पीति, किन्नौर व चंबा के पांगी आदि से बीमार लोगों को एयरलिफ्ट करना पड़ता है।

छोटा हेलिकाप्टर होने की वजह से बार-बार उड़ान भरनी पड़ती थी और मौसम खराब होने की वजह से बार-बार उड़ान नहीं भरी जाती थी। लेकिन बड़े हेलीकॉप्टर की वजह से एक साथ कई मरीज या आपदा के समय फंसे हुए नागरिक अब एयरलिफ्ट किये जा सकते हैं। लाहौल-स्पीति के उदयपुर व अन्य क्षेत्रों में अब भी 168 लोग फंसे हुए थे जिनमें कुछ पर्यटक भी शामिल थे जिन्हे हाल ही में इस हेलीकॉप्टर के माध्यम से रेस्क्यू किया गया।

उमेश दत्त ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जब से सीएम पद पर बैठ प्रदेश की बागडोर संभाली है उसी दिन से विपक्ष उनके पीछे पड़ा हुआ है। लेकिन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर दिन-रात प्रदेश के विकास के लिए कार्य में लगे हुए हैं।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जनसेवा की जिस भावना को लेकर राजनीती में आये थे उसी भावना के साथ आज मुख्यमंत्री बनकर भी काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की जनसेवा की भावना का सबसे बड़ा उदाहरण यही से पता चलता है कि जब उन्होंने पहला निर्णय ही हिमाचल प्रदेश के लाखों बुजुर्गों को देखते हुए लिया था। मुख्यमंत्री ने पहले निर्णय में वृद्धा पेंशन की आयु सीमा को 80 वर्ष से कम करके 70 वर्ष करने का वो ऐतिहासिक निर्णय लिया था जिससे इस पेंशन योजना का लाभ लेने वालों की संख्यां में लाखों का इजाफा हुआ था।

उमेश दत्त ने आगे बताया कि लोगों के दुःख दर्द को समझने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री ने प्रदेश के जरूरतमंद लोगों को फ्री इलाज की सुविधा देने के लिए हिमकेयर जैसी स्वस्थ योजना को शुरू करके हिमाचल के इतिहास में ऐसा कदम उठाने वाले पहले मुख्यमंत्री के रूप में अपना नाम लिखवाया।

मोदी सरकार की आयुष्मान भारत से शेष बचे परिवारों को पांच लाख रुपये तक की स्वास्थ्य सुरक्षा सुविधा प्रदान करने के लिए राज्य में हिमकेयर योजना आरंभ की गई । इस योजना के अंतर्गत अब तक पांच लाख तेरह हजार से अधिक परिवारों को पंजीकृत किया जा चुका है और एक लाख बहत्तर हज़ार मरीजों को लाभ दिया जा चुका है जिस पर जयराम सरकार लोगों के फ्री इलाज के लिए पर एक सौ साठ करोड़ छियासठ लाख रुपये से अधिक खर्च कर चुकी है। उमेश दत्त ने कहा कि विपक्ष ने फिर भी बार-बार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर सवाल उठाये लेकिन मुख्यमंत्री ने बिना किसी की परवाह किये सिर्फ अपने काम पर ध्यान दिया। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन हो या जनमंच हो ये वो योजनाएं हैं जिन्होंने हिमाचल में जनता को बहुत लाभ पहुंचाया।

वर्षों प्रदेश पर राज करने वाली कांग्रेस कभी भी अपने कार्यकाल में ऐसी कोई योजना जनता के लिए नहीं ला सकी जबकि पहली बार मुख्यमंत्री बनकर जयराम ठाकुर ने प्रदेश की जनता के लिए ये सब करके दिखाया। गृहिणी योजना की वजह से आज प्रदेश के हर घर में गैस कनेक्शन है जिस वजह से चूल्हे पर दिन रात खाना बनाने वाली माताओं बहनो को बहुत लाभ मिला। उमेश दत्त ने बताया कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में मजबूती से प्रदेश के नेतृत्व करके मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपनी कार्यशैली का सफल परिचय पूरे देश के सामने दिया। पीएम मोदी कई बार कोरोना के खिलाफ मजबूती से लड़ रहे हिमाचल की तारीफ कर चुके हैं।

आज प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने के लिए मजबूत हैल्थ इंफ्रास्टक्टर खड़ा हो चुका है। जब पहली बार पिछले साल लॉक-डाउन लगा था तो लाखों हिमाचल वासियों को सरकारी खर्च पर सुरक्षित प्रदेश वापसी का काम मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने किया जबकि विपक्ष ने उस समय सरकार की ये कहते हुए आलोचना की थी कि इससे प्रदेश में कोरोना का खतरा बढ़ सकता है। उस समय सीएम जयराम ठाकुर ने कहा था बाहर फंसे हुए लाखों हिमाचली हमारे अपने हैं उन्हें सुरक्षित प्रदेश वापिस लाना हमारी जिम्मेदारी हैं।

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