अभिभावकों के सुझाव पर बदलेगा ऑनलाइन पढ़ाई का पैटर्न, लाइव कक्षाओं पर ज्यादा फोकस, ये बदलाव होंगे
Himacal Online Education ई पीटीएम में अभिभावकों की तरफ से आए सुझावों के बाद शिक्षा विभाग ऑनलाइन पढ़ाई का पैटर्न बदलने जा रहा है। शिक्षा विभाग अब लाइव कक्षाओं पर ज्यादा फोकस करेगा। हर शिक्षक को लाइव कक्षाएं लगाने को कहा गया है
शिमला, जागरण संवाददाता। Himacal Online Education, ई पीटीएम में अभिभावकों की तरफ से आए सुझावों के बाद शिक्षा विभाग ऑनलाइन पढ़ाई का पैटर्न बदलने जा रहा है। शिक्षा विभाग अब लाइव कक्षाओं पर ज्यादा फोकस करेगा। हर शिक्षक को लाइव कक्षाएं लगाने को कहा गया है, ताकि बच्चों से सीधा संवाद हो सके। इसके लिए शिक्षकों को ट्रेनिंग भी दी जाएगी। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) जिला स्तर पर इसको लेकर ट्रेनिंग करवाएगा। यह प्रशिक्षण ऑनलाइन होगा। इसमें हर शिक्षक को बताया जाएगा कि लाइव कक्षाओं में उन्हें कौन कौन से टूल इस्तेमाल करने है, जूम, गूगल मीट के अलावा और किस तरह से वह लाइव कक्षाएं ले सकते हैं। इसमें तकनीकी खराबी न आए इसके लिए क्या ध्यान रखना चाहिए। यह सारी चीजें उन्हें ट्रेनिंग के दौरान बताई जाएगी।
ई पीटीएम में सामने आई थी खामी
ई पीटीएम में सामने आया था कि कांगड़ा और हमीरपुर जिला वॉटसएप क्विज में काफी अच्छा काम कर रहा है। जबकि बिलासपुर और हमीरपुर जिला लाइव कक्षाओं में अच्छा कार्य कर रहा है। यहां पर 50 फीसद से ज्यादा शिक्षक लाइव कक्षाएं ले रहे हैं। शिमला, चंबा, ऊना और सिरमोर में लाइव कक्षाओं में शिक्षकों ने जयदा रूची नहीं दिखाई है। इन जिलों के शिक्षकों को कहा गया है कि वह ज्यादा से ज्यादा लाइव कक्षाएं ले ताकि बच्चों से सीधा संवाद हो सके। वहीं सभी शिक्षकों को वॉटसएप क्विज में हर बच्चें की भागीदारी सुनिश्चित करने को भी कहा गया है।
यह है रिपोर्ट
प्रदेश में 15,334 स्कूल हैं। 67,968 शिक्षक रोजाना हर घर पाठशाला के माध्यम से बच्चों को पढ़ा रहे हैं। 80,1041 बच्चें इन कक्षाओं से जुड़ रहे हैं। वॉटसएप क्विज में 50,88,53 बच्चें यानि 64 फीसद हर सप्ताह जुड़ रहे हैं। 29,181 शिक्षक रोजाना लाइव कक्षाओं के माध्यम से बच्चों से सीधा संवाद करते हैं। इसके अलावा 31,522 शिक्षक फोनकर अभिभावक और बच्चों से ऑनलाइन पढ़ाई का फीडबैक लेते हैं।
सुझावों पर चल रहा काम
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा ऑनलाइन पढ़ाई को और ज्यादा बेहतर बनाने के लिए अभिभावकों की तरफ से कुछ सुझाव आए हैं। उस पर काम चल रहा है। शिक्षकों को लाइव कक्षाएं लगाने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा।