महिलाओं के लिए मददगार बने वन स्टाप सेंटर, सहायता के लिए इन मोबाइल नंबर पर करें संपर्क
One Stop Center Helpline महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित वन स्टाप सेंटर योजना मददगार साबित हो रही है। किसी महिला के साथ मारपीट घरेलू हिंसा दहेज उत्पीड़न या अन्य कोई घटना होती है तो वन स्टाप सेंटर के माध्यम से पीड़ित को न्याय दिलाया जाता हैै।
धर्मशाला, जागरण संवाददाता। One Stop Center Helpline, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित वन स्टाप सेंटर योजना (सखी) महिलाओं के लिए मददगार साबित हो रही है। किसी महिला के साथ मारपीट, घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न या अन्य कोई घटना होती है तो वन स्टाप सेंटर के माध्यम से पीड़ित को न्याय दिलाया जाता हैै। उपायुक्त डाक्टर निपुण जिंदल एनआइसी सभागार धर्मशाला में विभागीय अधिकारियों के साथ वन स्टाप सेंटर बैठक की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। इस दौरान उपायुक्त ने महिला उत्पीड़न, घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न इत्यादि मामलों के बारे में चर्चा की और मामलों के शीघ्र निपटारे के निर्देश दिए।
उपायुक्त ने कहा वन स्टाप सेंटर के तहत सभी प्रकार की हिंसा से पीड़ित महिलाओं व बालिकाओं को अधिकतम पांच दिन तक अस्थायी आश्रय, पुलिस-डेस्क, विधि सहायता, चिकित्सा एवं काउंसिलिंग की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा वन स्टाप सेंटर योजना के तहत कांगड़ा जिला में 18 महिलाओं को कानूनी सहायता, सात को चिकित्सा सहायता, 14 को पुलिस सहायता, 19 मनोवैज्ञानिक सामाजिक परामर्श तथा छह को रहने के लिए आश्रय दिया गया है। उन्होंने कहा किसी भी प्रकार की सहायता के लिए वन स्टाप सेंटर हेल्पलाइन नंबर 01892-227115 या केंद्रीय प्रशासक के मोबाइल नंबर 78072-42057 पर संपर्क किया जा सकता है।
गर्ल्स स्कूल धर्मशाला में दिव्यांगजनों की सहायता के लिए शिविर
जिला रेडक्रास सोसायटी के अध्यक्ष एवं उपायुक्त डाक्टर निपुण जिंदल ने बताया कि रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3070, रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3041 और रत्नानिधि चैरिटेबल ट्रस्ट, मुम्बई के संयुक्त तत्वावधान में राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, डिपो बाजार धर्मशाला में 19 से 21 सितंबर, 2021 तक प्रातः 10 बजे से सायं 5 बजे तक दिव्यांगजनों की सहायतार्थ शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जो व्यक्ति किसी प्रकार की बीमारी, दुर्घटना या जन्मजात शारीरिक रूप से दिव्यांग है और उनको चलने-फिरने की सुविधा के लिए कृत्रिम अंग जैसे टांग, हाथ व कैनिपर्स, बैसाखियां इत्यादि की सुविधा की आवश्यकता है, तो वह अपना आधार कार्ड लेकर इस शिविर में उपस्थित होकर कृत्रिम अंग वितरण के लिए अपना पंजीकरण करवा सकते हैं और कृत्रिम अंग के लिए अपना नाप भी दे सकते हैं। आधार कार्ड के अलावा किसी अन्य दस्तावेज को लाने की आवश्यकता नहीं है।