रातभर जागे अधिकारी और सुबह कोविड अस्पताल पपरोला पहुंचा दी ऑक्सीजन, पढ़ें खबर Kangra News
कोविड अस्पताल पपरोला में कोरोना मरीजों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। शनिवार शाम तक यहां 45 से अधिक मरीज पहुंच चुके थे। कुछ लोगों की यहां जान भी चली गई लेकिन यहां कार्यरतस्टाफ की टीमों सहित अधिकारी मरीजों को राहत देने के लिए हरसंभव मदद कर रहे हैं।
बैजनाथ, मुनीष दीक्षित। कोविड अस्पताल पपरोला में कोरोना मरीजों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। शनिवार शाम तक यहां 45 से अधिक मरीज पहुंच चुके थे। कुछ लोगों की यहां जान भी चली गई लेकिन यहां कार्यरत डाक्टरों व अन्य स्टाफ की टीमों सहित अधिकारी मरीजों को राहत देने के लिए हरसंभव मदद कर रहे हैं। अस्पताल को आक्सीजन की सप्लाई नगरी से आ रही थी। शुक्रवार दोपहर बाद पता चला कि नगरी से सप्लाई नहीं आ पाएगी। कोई तकनीकी कारण इसमें बाधा बन रहा था। अस्पताल में स्टॉक खत्म होने की ओर बढ़ रहा था। अगली सुबह तक हर हाल में आक्सीजन का प्रबंध करना था।
आयुर्वेदिक अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक इस इंतजाम में जुट गए। एक गाड़ी को तत्काल मंडी के पद्धर की तरफ खाली सिलेंडरों के साथ भेजा गया। रात तीन बजे पता चला कि उक्त एजेंसी में अभी सिलेंडर नहीं मिल पाएंगे। चिकित्सा अधीक्षक तुरंत अन्य प्रबंध करने में जुट गए। नगरी प्लांट को खुद तहसीलदार पालमपुर सार्थक शर्मा मॉनिटर कर रहे थे। ऐसे में नगरी से इंतजाम संभव न हो पाने के कारण दो अधिकारियों ने जिला मंडी के पद्धर से इंतजाम करने की मुहिम शुरू की।
हालांकि इसमें राहत की बात यह भी थी कि अस्पताल में आक्सीजन की सप्लाई पर खुद डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति व एडीएम रोहित राठौर भी नजर रखे हुए थे। धर्मशाला में स्टॉक में रखे सिलेंडरों से आ्रक्सीजन की सप्लाई तैयार थी लेकिन किसी ने हिम्मत नहीं हारी। देर रात पद्धर स्थत एजेंसी से 40 गैस सिलेंडरों की व्यवस्था करवाई, जो सुबह अस्पताल में पहुंच गई। इसके अलावा जिला प्रशासन की ओर से भी सुबह 10 सिलेंडर यहां पहुंचा दिए गए। हालांकि तब तक अस्पताल में पहले से ही सिलेंडर काम कर रहे थे लेकिन किसी भी इमरजेंसी स्थिति को देखते हुए प्रशासनिक व अस्पताल के अधिकारियों ने रातभर जागते हुए सुबह राहत की ऑक्सीजन का प्रबंध करवा ही दिया।
आयुर्वेदिक अस्पताल, पपरोला के एमएस डाक्टर कुलदीप बरवाल का कहना है अस्पताल में आक्सीजन की कोई कमी नहीं है लेकिन शुक्रवार को नगरी से सप्लाई नहीं उपलब्ध होने की सूचना मिली। इसके बाद देर रात पद्धर से 40 सिलेंडर उपलब्ध करवा दिए गए। धर्मशाला से भी 10 सिलेंडर आ गए। यह सामान्य प्रोसेस था। इसमें उपायुक्त कांगड़ा, एडीएम कांगड़ा व तहसीलदार पालमपुर का अहम योगदान रहा। लगातार यहां टीम मरीजों के लिए काम कर रही है। कोई परेशानी नहीं आने दी जा रही है।