प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापिकाओं ने मांगी सरकार से नियुक्ति, धर्मशाला में रैली निकालकर उठाई ये मांगें
Nursery Trained Teacher प्रदेश प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापिका संघ ने रोजगार उपलब्ध करवाने की मांग की है। प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापिकाओं ने शहर में रैली निकालकर उपायुक्त कांगड़ा को ज्ञापन सौंपा। अध्यापिकाओं ने ज्ञापन के माध्यम से कहा महिलाओं ने नर्सरी अध्यापिका का प्रशिक्षण यह सोचकर प्राप्त किया
धर्मशाला, जागरण संवाददाता। Nursery Trained Teacher, प्रदेश प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापिका संघ ने रोजगार उपलब्ध करवाने की मांग की है। प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापिकाओं ने शहर में रैली निकालकर उपायुक्त कांगड़ा को ज्ञापन सौंपा। अध्यापिकाओं ने ज्ञापन के माध्यम से कहा कि प्रदेश के कोने-कोने से महिलाओं ने नर्सरी अध्यापिका का प्रशिक्षण यह सोचकर प्राप्त किया कि भविष्य में उन्हें रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। इनमें से अधिकतर महिला गरीब परिवार से संबंधित हैं और कुछ महिलाएं विधवा हैं। सभी महिलाओं ने मिलकर बार-बार हिमाचल सरकार से रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए आग्रह किया है।
1996-97 में नर्सरी अध्यापिकाओं को प्राथमिक पाठशालाओं में लगाया था। लेकिन उसके बाद आज तक पूरे प्रदेश में कोई भी नर्सरी अध्यापिका नहीं लगाई गई है। इन्होंने बेरोजगार प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापिकाओं की आयु सीमा में छूट दी जाए, ताकि उन्हें नौकरी करने का अवसर मिल सके। प्रदेश अध्यक्ष मधुबाला ने प्रदेश सरकार से जल्द रोजगार उपलब्ध करवाने का आग्रह किया है।
प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापिकाओं की ये हैं मांगे
प्री प्राइमरी कक्षाओं को पढ़ाने के लिए प्रशिक्षित नर्सरी (एनटीटी) अध्यापिकाओं को नियुक्त किया जाए। प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापिकाओं (एनटीटी) की नियुक्ति भर्ती पदोन्नति नियम बनाकर की जाए। प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापिकाओं (एनटीटी) की नियुक्ति नियमित आधार पर की जाए। आयु सीमा में छूट दी जाए। योग्यता प्लस टू पास हो व नर्सरी का विशेष प्रमाण पत्र रखा जाए। वार्ड आफ एक्स सर्विसमेन का कोटा दिया जाए। प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापिकाओं की नियुक्ति बैचवाइज की जाए। उच्च शिक्षा प्राप्त प्रार्थी को शिक्षा योग्यता के अनुसार प्राथमिकता दी जाए। प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापिका (एनटीटी) की नियुक्ति बिना किसी शर्त की जाए। हिमाचल प्रदेश की प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापिकाओं एनटीटी की नियुक्ति राजकीय प्राथमिक पाठशाला में चल रही प्री नर्सरी कक्षाओं को पढ़ाने के लिए शीघ्र करने का निर्णय लिया जाए, ताकि 23 साल से बेरोजगार महिलाओं को रोजगार मिल सके।
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