नूरपुर के सीआरपीएफ जवान की हादसे में मौत, चार वर्ष की बच्ची और पत्नी हुईं बेसहारा
जिला कांगड़ा के नूरपुर उपमंडल के तहत मैहरका निवासी सीआरपीएफ के हवलदार 35 वर्षीय शेर सिंह की सोमवार सुबह करंट लगने से मौत हो गई।
जसूर, जेएनएन। जिला कांगड़ा के नूरपुर उपमंडल के तहत मैहरका निवासी सीआरपीएफ के हवलदार 35 वर्षीय शेर सिंह की सोमवार सुबह करंट लगने से मौत हो गई। विधानसभा चुनाव करवाने के लिए सीआरपीएफ की टीम झारखंड के गुमला में आई थी। गुमला में सीआरपीएफ कंपनी का कैंप लोहरदगा रोड स्थित पॉलीटेक्निक कॉलेज में लगा था। सोमवार सुबह वायरलेस स्टेशन सेट करने का काम किया जा रहा था। तभी वह हाइटेंशन तार की चपेट में आ गए और उन्हें करंट लग गया।
सीआरपीएफ के अधिकारियों ने तत्काल उन्हें गुमला सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम के बाद पार्थिव देह को सीआरपीएफ के अधिकारी और जवानों के नेतृत्व में पैतृक आवास भेज दिया है। शेर सिंह के पिता गुरमेल सिंह तथा छोटा भाई सतीश कुमार प्राइवेट सेक्टर में कार्यरत हैं और पत्नी पायल गृहिणी है। शेर सिंह की चार वर्षीय पुत्री जैसिका है।
इस हृदयविदारक घटना से हर कोई स्तब्ध था। परिजनों के अनुसार दिवंगत शेर सिंह आईटीबीपी में छत्तीसगढ़ में बतौर वायरलेस आॅपरेटर सेवारत था और उनकी करीब 10 साल की सर्विस हुई थी। शेर सिंह के चाचा राममूर्ति ने बताया अर्धसैनिक बल के उच्च अधिकारियों द्वारा सोमवार सुबह आठ बजे के आसपास फोन द्वारा परिजनों को इस बारे में सूचित किया गया।
सोमवार को शेर सिंह झारखंड में चुनाव ड्यूटी पर था। इस दौरान दूरसंचार व्यवस्था बनाने के दौरान शेर को 11 हजार वोल्टेज की तारों का करंट लगा जिससे उनकी मृत्यु हो गई। मैहरका गांव में मातम पसरा हुआ है तो वहीं पीड़ित परिवार में चीखों पुकार मची है। मृतक जवान की पार्थिव देह आज पहुंचने की उम्मीद है।