जिला कांगड़ा के एनआरएचएम कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के समक्ष रखी मांगें
एनआरएचएम जिला कांगड़ा के कर्मचारियों का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मिला और मांगों को पूरा करने की मांग की है। कर्मचारियों ने नियमित करने की मांग की है इसके अलावा विभिन्न लाभों को देने की भी गुहार लगाई है।
धर्मशाला, जागरण संवाददाता। एनआरएचएम जिला कांगड़ा के कर्मचारियों का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मिला और मांगों को पूरा करने की मांग की है। कर्मचारियों ने नियमित करने की मांग की है इसके अलावा विभिन्न लाभों को देने की भी गुहार लगाई है।
बीस-बाइस सालों से एनएचएम के तहत काम कर रहे हैं। पहले भी मुख्य मांगों को मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों से उठा चुके हैं। एनएच कर्मचारी समान कार्य समान वेतन दिया जाए व नियमित किया जाए। कर्मचारी वन मंत्री राकेश पठानिया व हिमालय परिवार के प्रदेश महामंत्री ऋषि वालिया के नेतृत्व में मिले। यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष सूची शरमा, महासचिव विशाल शर्मा, मुनीश कुमार, रोहित कुमार, सुशील कुमरा, संजीव कुमरा, अभिनव शर्मा, सुबेश कुमरा, प्रवीन कुमार, सुमित कुमार, पूनम भारद्वाज, सुनीता, सुनील आदि मौजूद रहे।
कर्मचारियों ने मांग उठाई कि एनआरएचएम के कर्मचारी होने के बाद हिमाचल प्रदेश में समान काम सामान वेतन से वंचित रखा जा रहा है जो कि हर कर्मचारी का अधिकार है। जब तक नियमितीकरण नहीं हो पाता तब तक हरियाणा राज्य में कार्यरत एनआरएचएम के कर्मचारियों की तर्ज पर समान कार्य समान वेतन का लाभ दिया जाए। हरियाणा राज्य में एनआरएचएम के कर्मचारयों को एक जनवरी 2018 से समान कार्य समान वेतन का लाभ दिया जा रहा है। प्रदेश में एनएचएम के तहत नियुक्त कर्मचारियों को नहीं दि जा रहा एनआरचएचएम का पूरा लाभ। पांच साल पूरा करने पर मिलने वाला पांच प्रतिशत अतिरिक्त बोनस आदि दिन तक नहीं मिला। इसको जल्द से जल्द लागू किया जाए।
एनआरएचम कर्मचारियों को अतिरिक्त वोनस दिया जाए। पंजबा सरकार की ओर से एनआरएचएम कर्मचारियों को एक अप्रैल 2020 से 12 फीसद व एक अप्रैल 2021 से नौ प्रतिशत अतिरिक्त बोनस कोविड 19 के तहत दिया जा रहा है। जिसे हिमाचल प्रदेश के एनएचएम कर्मचारियों को लाभांवित किया जाए। हिमचाल प्रदेश में एनएचएम के तहत नियुक्त कर्मचारियों की मृत्यु के बाद उन्हें वित्तीय लाभ नहीं दिया जा रहा है।
तीन कर्मचारियों का इसी वर्ष आकस्मिक निधन हुआ है और किसी भी कर्मचारी को एनआरएचएम विभाग शिमला की ओर से कोई भी वित्तीय लाभ नहीं दिया गया जो कि बहुत ही निंदनीय है। कर्मचारियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए उचित वित्तीय लाभ का प्रावधान शीघ्र अति शीघ्र किया जाए। प्रदेश में एनआरएचएम के तहत नियुक्त कर्मचारियों को नियमित करने व सेवानिवृति के बाद ग्रेच्युटी का लाभ दिया जाए।