Jubbal Kotkhai By Election : जुब्बल-कोटखाई में 'सेब' पर होगी सियासत, चेतन बरागटा को मिला चुनाव चिन्ह

Jubbal Kotkhai By Election जुब्बल-कोटखाई में भाजपा के बागी प्रत्याशी को सेब चुनाव चिन्ह मिलने के बाद चुनावी समर में सेब सियासत चरम पर होगी। चेतन बरागटा भाजपा से टिकट न मिलने पर नाराज होकर चुनावी समर में उतरे थे। चेतन के पिता राज्य के बागवानी मंत्री रहे हैं।

By Virender KumarEdited By: Publish:Wed, 13 Oct 2021 06:21 PM (IST) Updated:Wed, 13 Oct 2021 06:21 PM (IST)
Jubbal Kotkhai By Election : जुब्बल-कोटखाई में 'सेब' पर होगी सियासत, चेतन बरागटा को मिला चुनाव चिन्ह
जुब्बल-कोटखाई में भाजपा के बागी प्रत्याशी चेतन बरागटा को सेब चुनाव चिन्ह मिला है!

शिमला, जागरण संवाददाता। Jubbal Kotkhai By Election, जुब्बल-कोटखाई में भाजपा के बागी प्रत्याशी चेतन बरागटा को सेब चुनाव चिन्ह मिलने के बाद चुनावी समर में सेब सियासत चरम पर होगी। चेतन बरागटा भाजपा से टिकट न मिलने पर नाराज होकर चुनावी समर में उतरे थे। चेतन के पिता राज्य के बागवानी मंत्री रहे हैं। सेब बहुल क्षेत्र के होने के नाते बागवानी के लिए काफी नई योजनाएं लाए। सेब के कार्टन रेट से लेकर सेब की फसल को ओलों के बचाने के लिए एंटी हेल गन लाने के लिए इनके प्रयास रहे।

इस चुनाव में इन सभी मसलों को भुनाने के लिए चेतन को चुनावी चिन्ह मिल गया है। चुनावी चिन्ह मिलने के बाद चेतन के समर्थक साफ तौर पर कर रहे हैं वे भाजपा या कांग्रेस के नहीं बल्कि सेब वालों के प्रत्याशी हैं। सेब चुनाव चिन्ह मिलने के बाद चुनाव में उतरे विरोधियों को भी अब इसका तोड़ तलाशने के लिए नई रणनीति पर काम करना पड़ेगा। भाजपा को तो प्लान बी पर ही काम करना होगा। पार्टी को यहां पर बड़े स्तर पर बरागटा के साथ चल रहे नेताओं पर कार्रवाई करने के बाद नए सिरे से नीलम के लिए चुनावी टीम तैयार करनी होगी।

ये प्रत्याशी मैदान में

जुब्बल-कोटखाई से चुनावी जंग में अब पूर्व सीपीएस रोहित ठाकुर कांग्रेस से प्रत्याशी हैं। नीलम सरैक भाजपा प्रत्याशी व चेतन बरागटा आजाद प्रत्याशी हैं। इस हलके से आजाद प्रत्याशी सुमन कदम भी चुनावी समर में डटी हैं। बरागटा इस चुनाव में लोगों को भावनात्मक रूप से जोडऩे की रणनीति पर काम कर रहे हैं। इसलिए उन्होंने चुनाव आयोग के समक्ष सेब चुनाव चिन्ह की मांग रखी थी।

चेतन बरागटा को मनाने के लिए अंत तक हुए प्रयास

चेतन बरागटा को मनाने की भाजपा ने काफी कोशिश की। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज से लेकर संगठन के पदाधिकारियों ने लगातार बात की, लेकिन बरागटा ने दो दिन पहले ही साफ कर दिया था कि वह चुनाव लड़ेंगे। नामांकन के अंतिम दिन भी नेताओं ने उनसे संपर्क करने की कोशिश की, लोकिन फोन बंद व पहुंच से बाहर होने के कारण संपर्क नहीं हो सका। बरागटा सुबह फेसबुक लाइव हुए। इसके बाद से उनका मोबाइल आउट आफ रीच हो गया। तीन बजे के बाद ही उनका फोन लगना शुरू हो गया।

chat bot
आपका साथी