जीत के बाद ज्वालामुखी में नगर निकाय गठन की अटकलें तेज, पुजारी धर्मेंद्र शर्मा हो सकते हैं अध्यक्ष, पढ़ें खबर
Nagar Parishad Jawalamukhi नगर परिषद जवालामुखी में सत्ता की कुर्सी पर सवार कांग्रेस का एक बार फिर राज्यभिषेक होना तय हो गया है। रविवार को हुए निकाय चुनाव में भाजपा को बुरी तरह परास्त करने के बाद ज्वालामुखी में कांग्रेस समर्थित नगर परिषद के गठन की औपचारिकता ही बची है।
ज्वालामुखी, प्रवीण कुमार शर्मा। पिछले 25 साल से नगर परिषद जवालामुखी में सत्ता की कुर्सी पर सवार कांग्रेस का एक बार फिर राज्यभिषेक होना तय हो गया है। रविवार को हुए निकाय चुनाव में भाजपा को बुरी तरह परास्त करने के बाद ज्वालामुखी में कांग्रेस समर्थित नगर परिषद के गठन की औपचारिकता ही बची है। सरकारी मापदंडों के तहत अब केबल नगर परिषद में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष का औपचारिक गठन बाकी है। नगर निकाय चुनावों ने पूर्व विधायक संजय रत्न को एक बार फिर जवालामुखी की स्थानीय राजनीति का बड़ा खिलाड़ी साबित कर दिया है। बेशक 2017 में संजय रत्न के हाथ से विधायक की कुर्सी छिटकी थी लेकिन निकाय चुनाव ने 2022 में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव के लिए एक बार फिर संजय को संजीबनी दी है।
धर्मेंद्र शर्मा के सिर सज सकता है अध्यक्ष ताज
नगर परिषद जवालामुखी में पूर्व विधायक संजय रत्न के खासमखास व वार्ड दो से जीतकर आए पुजारी धर्मेंद्र शर्मा की अध्यक्ष पद पर ताजपोशी हो सकती है, जबकि उपाध्यक्ष पद के लिए तीन चेहरों में से फैसला लिया जा सकता है। उपाध्यक्ष पद के लिए वार्ड नंबर छह से दूसरी बार पार्षद बने शिव कुमार गोस्वामी, वार्ड चार से पुजारी मनु शर्मा तथा वार्ड पांच में नगर परिषद की दो पूर्व अध्यक्षों को हार का स्वाद चखाने वाली बबली शर्मा रेस में सबसे आगे हैं। क्योंकि अध्यक्ष पद लंबे समय बाद आरक्षण से बाहर हुआ है इसलिए इस बार इस कुर्सी पर पुरुष सदस्य का चयन होना स्वाभाविक है, जबकि उपाध्यक्ष पद पर संजय रत्न का कोई सबसे बड़ा चहेता जिसमें महिला भी शामिल हो सकती है का चयन तय माना जा रहा है।
बबली शर्मा।
उपायध्यक्ष पद पर महिला की दावेदारी
अध्यक्ष पद पर पुरुष सदस्य की ताजपोशी तय है। ऐसे में पूर्व विधायक के हाथ उपाध्यक्ष की कुर्सी पर महिला सदस्य को बिठाने का विकल्प खुला है। ऐसे में बबली शर्मा जिन्होंने वार्ड पांच से निकाय की दो अध्यक्षों को ढेर किया है उनका एलान हो सकता है। बबली शर्मा जवालामुखी में हर निकाय में बड़े बड़े धुरंधरों को हराकर विजयी परचम फहराती आई हैं। पिछले 15 साल के निकाय चुनावों पर नजर दौड़ायें तो बबली शर्मा हर बार अलग वार्ड से चुनाव लड़कर जीतती आईं हैं। यह उनका चौथा मौका है जब वार्ड बदलकर बड़े बड़े महारथियों को ओंधे मुंह गिराया है। पुरुष अध्यक्ष के साथ महिला उपाध्यक्ष के समीकरण बने तो बबली शर्मा की ताजपोशी इस पद के लिए हो सकती है।
पुजारी मनु शर्मा।
चुनाव से पहले से हैं अटकलें
अध्यक्ष पद पर धर्मेंद्र की ताजपोशी की अटकलें चुनाव से पहले की ही लगाई जा रहीं हैं। धर्मेंद्र संजय रत्न के विधायक रहते ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष थे। यही नहीं 2003 से बतौर आज़ाद प्रत्याशी पहली बार विधानसभा चुनाव में उतरने के समय से आज दिन तक कभी हार तो कभी जीत में धर्मेंद्र का संजय रत्न के साथ राम लक्ष्मण का जुड़ाव रहा है। जवालामुखी में पुजारी वर्ग के साथ विधानसभा क्षेत्र में भी पकड़ रखने वाले धर्मेंद्र शर्मा को नगर निकाय की बागडोर मिले इसमें कहीं भी कोई संशय नहीं बचा है। उपाध्यक्ष पद के लिए क्षेत्रीय समीकरणों पर जाएं तो बोहन क्षेत्र के वार्ड छह से शिव कुमार गोस्वामी तथा नए नवेले पार्षद मनु शर्मा जिन्होंने नगर परिषद के दो पूर्व उपाध्यक्षों को पटखनी देकर निकाय चुनाव में बड़ा उलटफेर किया है दौड़ में आगे हैं।
संजय रतन के घर तलबगारों की दौड़
निकाय क्षेत्र में कांग्रेस की बड़ी जीत हुई है। पूर्व विधायक के 6 कट्टर समर्थक जीतकर निकाय की दहलीज पहुंचे हैं। ऐसे में अध्यक्ष,उपाद्यक्ष के पदों पर बही होगा जो संजय रतन चाहेंगे। चुनाव के बाद निकाय गठन की अटकलें तेज हो रही हैं। ऐसे में संजय रतन के घर पर बड़ी कुर्सी के तलवगारों की दौड़ तेज हो गई है।