अपनी-अपनी डफली, अपना-अपना राग
दिनेश कटोच धर्मशाला फतेहपुर उपचुनाव के लिए अपनी-अपनी डफली अपना-अपना राग जैसी स्थिति ह
दिनेश कटोच, धर्मशाला
फतेहपुर उपचुनाव के लिए अपनी-अपनी डफली, अपना-अपना राग जैसी स्थिति है। भाजपा व कांग्रेस दोनों ही पार्टियों से टिकट के तलबगार दावेदारी जताने में जुटे हैं। भाजपा में अभी तक कोई भी समाधान नहीं निकल पाया है तो कांग्रेस नेताओं ने भी परिवारवाद की राजनीति को खत्म कर टिकट देने की पैरवी की है।
पिछले दिनों फतेहपुर के बनाल में आयोजित कार्यक्रम में कांग्रेस से टिकट के चाहवान जुटे और उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि अबकि बार परिवारवाद की राजनीति नहीं चलेगी। भाजपा में भी यही हाल है। भाजपा के लोग इस बार किसी युवा को विधायक देखना चाहते हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के दौरे के दौरान टिकट के चाहवानों ने एकजुट होकर शक्ति प्रदर्शन किया और उनके समक्ष यह जता दिया कि उनकी अनदेखी पार्टी पर भारी पड़ेगी। अभी तक भाजपा के पास कृपाल परमार ही एक बड़ा चेहरा सामने हैं, लेकिन रीता ठाकुर, बलदेव ठाकुर, जगदेव ठाकुर व पंकज हैप्पी भी टिकट की मांग पर अड़े हैं। अंदर खाते ये सभी नेता कार्यकर्ताओं के साथ संपर्क में हैं। ऐसे ही हालात कांग्रेस में भी बने हुए हैं। कांग्रेस ने स्वर्गीय सुजान सिंह पठानिया के बेटे भवानी पठानिया का नाम उपचुनाव के लिए तय किया है पर परिवारवाद की राजनीति को खत्म करने के लिए आवाज कांग्रेस नेताओं ने बुलंद कर दी है। कांग्रेस नेताओं रीता गुलेरिया, चेतन चंबियाल, निश्वार सिंह व राघव पठानिया ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब परिवारवाद सहन नहीं होगा। भाजपा व कांग्रेस की लड़ाई के बीच पूर्व मंत्री डा. राजन सुशांत भी पीछे नहीं हैं। वे भी चुनाव मैदान में जंग लड़ेंगे। संभावित प्रत्याशियों के खिलाफ भाजपा व कांग्रेस से चार-चार नेता टिकट के लिए दावेदारी जता चुके हैं।
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लोकतंत्र में हर किसी को चुनाव लड़़ने के लिए टिकट मांगने का अधिकार है। हाईकमान जिसे भी टिकट देगा, पार्टी एकजुट होकर उसकी जीत के लिए कार्य करेगी। टिकट देना पार्टी के अधिकार क्षेत्र में है।
-अजय महाजन, जिला अध्यक्ष कांग्रेस कमेटी।
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फतेहपुर उपचुनाव के लिए भाजपा पूरी तरह से एकजुट है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में उपचुनाव जीता जाएगा। सभी एक साथ चुनाव मैदान में होंगे।
-राकेश पठानिया, सहप्रभारी फतेहपुर उपचुनाव एवं वन मंत्री