स्मार्ट सिटी पर लापरवाही के दाग

संवाद सहयोगी धर्मशाला स्मार्ट सिटी धर्मशाला में अब तक सीवरेज व्यवस्था स्मार्ट नहीं बन पाई है। हालांकि कुछ क्षेत्र रूट जोन ट्रीटमेंट प्लांट से जुड़े हैं लेकिन जमीन की अड़चन जल शक्ति विभाग के लिए सीवरेज कनेक्शन जारी करने में बाधा बने हैं। लापरवाही की हद यह है लोग पाइप लाइन बिछाने के लिए जमीन देने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 06:00 AM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 06:00 AM (IST)
स्मार्ट सिटी पर लापरवाही के दाग
स्मार्ट सिटी पर लापरवाही के दाग

संवाद सहयोगी, धर्मशाला : स्मार्ट सिटी धर्मशाला में अब तक सीवरेज व्यवस्था स्मार्ट नहीं बन पाई है। हालांकि कुछ क्षेत्र रूट जोन ट्रीटमेंट प्लांट से जुड़े हैं लेकिन जमीन की अड़चन जल शक्ति विभाग के लिए सीवरेज कनेक्शन जारी करने में बाधा बने हैं। लापरवाही की हद यह है लोग पाइप लाइन बिछाने के लिए जमीन देने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं।

साथ ही मर्ज क्षेत्रों के लिए प्रपोजल तो बनी है, लेकिन उसके लिए बजट को मंजूरी नहीं मिल पाई है। अब स्मार्ट सिटी के तहत 10.40 करोड़ रुपये से बनने वाले एफएसटीपी (फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट) का ही मर्ज क्षेत्रों के लोगों को सहारा है। सकोह में एफएसटीपी बनने के बाद मर्ज क्षेत्रों के सेप्टिक टैंक खाली हो पाएंगे, लेकिन इसके लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा।

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ऐसे मिलेगी स्मार्ट सीवरेज सुविधा

धर्मशाला शहर में स्मार्ट सीवरेज व्यवस्था के लिए स्मार्ट सिटी के सौजन्य से जल शक्ति विभाग की ओर से करोड़ों रुपये से चार रूट जोन ट्रीटमेंट प्लांट बनाए गए हैं। ओल्ड चड़ी रोड में 200 केएलडी, रामनगर में 30 व भागसूनाग में 70 केएलडी का प्लांट तैयार हो चुका है। नड्डी में 2.68 करोड़ से 225 केएलडी का प्लांट बनना शुरू हो गया है। गमरू में एफएसटीपी के साथ पुराने ट्रीटमेंट प्लांट को स्तरोन्नत कर 51 लाख लीटर की क्षमता से बढ़ाकर 75 लाख लीटर का बनाया जा रहा है।

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पुराने प्लांट से दिए जा चुके हैं 3000 कनेक्शन

नगर निगम धर्मशाला में पुराने सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से 3000 कनेक्शन दिए जा चुके हैं। यहां साढ़े पांच हजार कनेक्शन दिए जाने की क्षमता है। विभागीय प्रयास जारी हैं, लेकिन जमीन की अड़चन इसमें बाधा बनी है।

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पंचायतों को मर्ज कर नगर निगम में शामिल कर दिया है तो सीवरेज सुविधा देने में क्यों देरी की जा रही है। इस दिशा में जल्द से जल्द कदम उठाया जाए।

-विमल कपूर।

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शहरी निकाय में दी जाने वाली सुविधाओं में से सीवरेज भी एक है। इस दिशा में कदम उठाए जाने चाहिए, ताकि शहर की आबोहवा स्वच्छ बनी रहे।

-आरएस राणा।

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पुराने शहर की सीवरेज व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाना चाहिए। नगर निगम धर्मशाला को इस संबंध में जल्द से जल्द कदम उठाना चाहिए।

-बलराम।

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पुराने शहर में आम दिनों में तो सीवरेज सुविधा सुचारू चलती है, लेकिन बरसात के मौसम में ओवरफ्लो की समस्या आती है। इस दिशा में कदम उठाया जाए।

-नरेंद्र जम्वाल

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मर्ज क्षेत्रों के लिए 101 करोड़ की प्रपोजल बनाई जा चुकी है, लेकिन बजट का प्रविधान नहीं हुआ है। स्मार्ट सिटी से बजट मुहैया करवाने का भरोसा मिला है। बजट आते ही काम शुरू होगा।

-सरवन ठाकुर, अधिशासी अभियंता जल शक्ति मंडल धर्मशाला।

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मर्ज क्षेत्रों के साथ-साथ समूचे शहर में सीवरेज सुविधा मुहैया करवाने के लिए नगर निगम प्रयासरत है। इस दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं।

-ओंकार नैहरिया, महापौर नगर निगम धर्मशाला।

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स्मार्ट सिटी परियोजना से जल शक्ति विभाग को बजट का प्रविधान किया जाएगा। मर्ज क्षेत्रों के लिए सकोह में एफएसटीपी प्रस्तावित है। जल्द समस्या का समाधान होगा।

-प्रदीप ठाकुर, एमडी स्मार्ट सिटी लिमिटेड

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