यहां लिफ्ट के पास उड़ीं शारीरिक नियमों की धज्जियां

कार्ट रोड के समीप हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) की लिफ्ट के बुङ्क्षकग काउंटर के बाहर पर्यटकों की कतारें लगी हुई थीं। पर्यटक मालरोड पहुंचने के लिए उत्सुक दिखाई दे रहे थे और टिकट लेने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे।

By Vijay BhushanEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 10:58 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 10:58 PM (IST)
यहां लिफ्ट के पास उड़ीं शारीरिक नियमों की धज्जियां
कार्ट रोड के समीप एचपीटीडीसी की लिफ्ट के पास कोरोना नियमों की अवहेलना हुई। जागरण

शिमला, जागरण संवाददाता। कार्ट रोड के समीप हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) की लिफ्ट के बुकिंग काउंटर के बाहर पर्यटकों की कतारें लगी हुई थीं। पर्यटक मालरोड पहुंचने के लिए उत्सुक दिखाई दे रहे थे और टिकट लेने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। इस दौरान उचित शारीरिक दूरी के नियम का यहां पर पालन नहीं हो रहा था। हालांकि गेट के पास एचपीटीडीसी के कर्मचारी पर्यटकों के हाथ सैनिटाइज करवा रहे थे। काउंटर पर फेस मास्क के साथ फेस शील्ड पहने कर्मी पर्यटकों की टिकट बनाकर दे रहे थे।

लिफ्ट के चारों कैबिन के बाहर पर्यटक लिफ्ट खुलने का इंतजार कर रहे थे। एकाएक लिफ्ट के कैबिन खुले और नीचे की तरफ आए लोग बाहर निकलने लगे। लिफ्ट के बड़े कैबिन में एकसाथ 10 से 15 लोग घुसे। भीड़ अधिक होने के कारण अधिक लोग लिफ्ट में आवाजाही कर रहे थे। वहीं मालरोड के समीप बने बुङ्क्षकग काउंटर पर भी लोग टिकट के लिए इंतजार कर रहे थे। साथ ही वहां हाथ सैनिटाइज करने के लिए उचित प्रबंध थे।

पर्यटकों की संख्या बढऩे के बाद जुट रही भीड़

शिमला में पर्यटकों की संख्या बढऩे के बाद एचपीटीडीसी की लिफ्ट में पर्यटकों की भीड़ देखी जाती है। यह कार्टरोड से मालरोड को जोडऩे वाली एकमात्र लिफ्ट है। अकसर सैलानी कार्ट रोड से मालरोड की चढ़ाई चढऩे से परहेज करते हैं और आवाजाही के लिए इसका सहारा लेते हैं। लिफ्ट का संचालन सुबह से लेकर देर शाम तक होता है।

खराब मौसम के चलते होती है अधिक आवाजाही

आमतौर पर स्थानीय लोग मालरोड पहुंचने के लिए लिफ्ट के साथ बने वैकल्पिक मार्ग से पैदल आवाजाही करना सही समझते हैं। लेकिन खराब मौसम के दौरान बारिश व बर्फ से बचने के लिए पर्यटकों के साथ स्थानीय लोग भी लिफ्ट का इस्तेमाल करते हैं। रविवार को कोरोना कफ्र्यू के चलते बाजार बंद रहने के कारण स्थानीय लोग घरों से बाहर कम निकलते हैं।

chat bot
आपका साथी