दो हलकों के बीच स्थित राजा का तालाब स्वास्थ्य केंद्र खस्ताहाल, निजी क्लीनिक लगा रहे लोगों को मोटी चपत
Raja Ka Talab Health Center दो विधानसभा क्षेत्र के बीच स्थित राजा का तालाब आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र नेताओं की आपसी खींचतान के चलते खस्ताहाल होता जा रहा है। करीब 40 हजार की आबादी के चलते यहां बड़ा चिकित्सालय खोला जाना चाहिए। लेकिन सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है।
राजा का तालाब, संवाद सूत्र। Raja Ka Talab Health Center, दो विधानसभा क्षेत्र के बीच स्थित राजा का तालाब आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र नेताओं की आपसी खींचतान के चलते खस्ताहाल होता जा रहा है। स्मरण रहे कि उक्त स्वास्थ्य केंद्र से ही आसपास की 26 डिस्पेंसरियों को वेतन मुहैया करवाया जाता था पर आज तक दोनों हलकों के किसी भी मंत्री या विधायक ने उसकी तरफ नजर ए इनायत नहीं की है। इसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है करीब 40 हजार की आबादी के चलते यहां बड़ा चिकित्सालय खोला जाना चाहिए। लेकिन सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है।
बड़ा चिकित्सालय खोला जाना तो दूर की बात इस डिस्पेंसरी में मिलने वाली तमाम सुविधाएं भी अन्य हलके को दे दी गईं। यदि कोई भी अप्रिय घटना हो जाए तो लोगों को पठानकोट, लुधियाना, चंडीगढ़, धर्मशाला आदि चिकित्सालयों की खाक छानने पर विवश होना पड़ता है। चिकित्सालय में पर्याप्त सुविधाएं न होने से क्षेत्र में खुले निजी क्लीनिक लोगों को खूब लूट रहे हैं।
डिस्पेंसरी बाजार के बीचों बीच होने कारण अक्सर बाहर वाहनों की कतारें व गंदगी की भरमार रहती है। इस डिस्पेंसरी को पौंग बांध विस्थापितों की सराय में शिफ्ट किए जाने की अटकलों का दौर चलता रहा जो सिरे नहीं चढ़ा है।
चकबाड़ी पंचायत प्रधान पीर्थि चंद का कहना कि इस डिस्पेंसरी को चकबाड़ी गांव में शिफ्ट किए जाने की प्रक्रिया चल पड़ी है। इस गांव के एक समाजसेवी ने डिस्पेंसरी के लिए भूमि दान करके समाजसेवा की मिसाल कायम की है।
यह बोले खंड चिकित्सा अधिकारी रंजन मेहता
फतेहपुर बीएमओ रंजन मेहता का कहना कि सरकार ने डिस्पेंसरी का बजट लोनिवि को दिए एक साल होने वाला, मगर अभी तक काम शुरू नहीं हो पाया है।