अवैध खनन की शिकायतों पर एनजीटी की टीम पहुंची हिमाचल, हाईकोर्ट के रिटायर जज की अगुवाई में स्वां में दबिश
NGT Team Raid In Himachalजिला ऊना की स्वां नदी में अवैध खनन की लगातार मिल रही शिकायतों को लेकर मामला ग्रीन ट्रिब्यूनल तक पहुंच गया है। इस पर पांच सदस्यीय टीम वीरवार को स्वां नदी के अलग अलग स्थानों पर पहुंच कर खनन के तरीकों को जांच कर रही है।
गगरेट, संवाद सहयोगी। NGT Team Raid In Himachal, जिला ऊना की स्वां नदी में अवैध खनन की लगातार मिल रही शिकायतों को लेकर मामला ग्रीन ट्रिब्यूनल तक पहुंच गया है। इस पर पांच सदस्यीय टीम वीरवार को स्वां नदी के अलग अलग स्थानों पर पहुंच कर खनन के तरीकों को जांच कर रही है। फिलहाल बसोली के स्वां में खनन की जांच की है। एनजीटी की पांच सदस्यीय टीम की अगुवाई पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के रिटायर जसजिस्ट जसवीर सिंह कर रहे हैं। हालांकि अभी ज़िला ऊना के अनेक स्थानों की जांच होनी बाकी है। लेकिन शुरुआती जांच में इस पैनल ने स्वां नदी से खनन करने पर अब जियो फेंसिंग के निर्देश जारी किए हैं।
यह भी पढ़ें: मनाली काजा मार्ग पर भूस्खलन होने से फंस गए 35 पर्यटक, आधी रात को इस तरह किए रेस्क्यू, बच्चे भी थे शामिल
स्वां नदी में पंजाब बॉर्डर से सटे क्षेत्र में अप्राकृतिक रूप से खनन किया जा रहा है। रोजाना सैकड़ों टिप्पर नदी से निकाले जा रहे हैं। इससे पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है। साथ लगते पेयजल स्रोत व सिंचाई योजनाएं भी इस कारण प्रभावित हो रही हैं। स्थानीय लोग भी खनन माफिया से परेशान हैं।
क्या है जियो फेंसिंग
जियो फेंसिंग यानी इलेक्ट्रॉनिक निगरानी है। अब जब कोई भी टिप्पर स्वां नदी से रेत या बजरी का भरा जाएगा उसे उसी समय अपना डाटा भरना होगा कि कहां के लिए भरा है। यह सारा डाटा ऑनलाइन रहेगा और टिप्पर की लोकेशन भी कभी भी कहीं से जांची जा सकेगी। फिलहाल एनजीटी का पैनल स्वां नदी की जांच कर रहा है। अभी और भी निर्देश आने की संभावना जताई जा रही है।
यह भी पढ़ें: रिजल्ट बनाने के फार्मूले से शिक्षक खफा, मिड टर्म परीक्षा में सख्त मूल्यांकन का दिया तर्क
यह भी पढ़ें: Himachal BJP: प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की बैठक का आज आखिरी दिन, लिए जाएंगे अहम फैसले