जन-जन तक पहुंचाएं नई विज्ञानिक तकनीक

संवाद सहयोगी पालमपुर वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआइआर) एवं हिमालय जैवस

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 04:35 AM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 04:35 AM (IST)
जन-जन तक पहुंचाएं नई विज्ञानिक तकनीक
जन-जन तक पहुंचाएं नई विज्ञानिक तकनीक

संवाद सहयोगी, पालमपुर : वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआइआर) एवं हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान (आइएचबीटी) पालमपुर के निदेशक डाक्टर संजय कुमार ने कहा कि नई वैज्ञानिक तकनीक को जन-जन तक पहुंचाया जाए। उन्होंने विज्ञान को बढ़ावा देने के लिए संस्थान की ओर से जिज्ञासा, विज्ञान मेले एवं प्रदर्शनियां, विज्ञानिक-छात्र-अध्यापक संपर्क कार्यक्रमों, विज्ञानिकों की ओर से स्कूलों में लोकप्रिय वैज्ञानिक संभाषणों के माध्यम से विज्ञान के प्रति जिज्ञासा उत्पन्न करने, किसानों एवं उद्यमियों को वैज्ञानिक तकनीकों का प्रशिक्षण जैसे प्रयासों की जानकारी दी। यह बात उन्होंने वीरवार को हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान पालमपुर में वीरवार को छठे भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव का एक पूर्व भूमिका समारोह एमएस टीम के माध्यम से आयोजित कार्यक्रम में कही।

वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग सचिव एवं वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के महानिदेशक डाक्टर शेखर सी. मांडे ने कहा कि विज्ञान को लोकप्रिय बनाने व जन-जन तक पंहुचाने में भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान पर्व का बहुत अधिक महत्व है। उन्होंने दैनिक जीवन में विज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया।

समारोह के मुख्यअतिथि हिमालयन पर्यावरण अध्ययन और संरक्षण संगठन देहरादून के संस्थापक डाक्टर अनिल प्रकाश जोशी ने ग्रामीण भारत की दशकों तक उपेक्षा पर चिता व्यक्त करते हुए बताया कि भारत आत्मनिर्भर तभी हो सकता है, जब

हम अपने ग्रामीण भारत को इसमें शामिल करेंगे। प्राचीन विज्ञान का उचित उपयोग न करने के चलते विज्ञानिक उन्नति में आपेक्षित सफलता नहीं प्राप्त हो पाई। ग्लोबल पब्लिक हेल्थ एंड डिस्कवरी रिसर्च जॉनसन एंड जॉनसन के प्रमुख डाक्टर अनिल कौल ने स्वास्थ्य क्षेत्र में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की भूमिका विषय पर प्रस्तुति में विषाणु रोगों के निवारण में दवा निर्माण के क्षेत्र में किए गए नवोन्मेष अनुसंधान का विवरण प्रस्तुत किया।

इस अवसर पर विज्ञान भारती हिमाचल प्रदेश अध्याय

के अध्यक्ष और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान हमीरपुर के एसोसिएट प्रोफेसर डाक्टर अश्विनी राणा, कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर, आयुर्वेदिक कॉलेज पपरोला, नवोदय विद्यालय, केंद्रीय विद्यालय, सेंटपॉल स्कूल के अध्यापकों व विद्यार्थियों, विज्ञानियों, शोधार्थियों, कर्मियों, चाय उत्पादकों, उद्यमियों, लाहौल-स्पीति के कृषकों ने भाग लिया।

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