हिमाचल केंद्रीय विश्वविद्यालय के शाहपुर परिसर में वैदिक गणित के सिद्धांत पर राष्ट्रीय कार्यशाला का आज दूसरा दिन

वैदिक गणित के सिद्धांत विषय पर एक सप्ताह की राष्ट्रीय कार्यशाला प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के शाहपुर परिसर में आज दूसरा दिन है। यह कार्यक्रम संयुक्त रूप से गणित कंप्यूटर और सूचना विज्ञान स्कूल के तहत वैदिक गणित अनुसंधान केंद्र और श्रीनिवास रामानुजनगणित विभाग की ओर से आयोजित ह रहै है।

By Richa RanaEdited By: Publish:Tue, 09 Nov 2021 11:49 AM (IST) Updated:Tue, 09 Nov 2021 11:49 AM (IST)
हिमाचल केंद्रीय विश्वविद्यालय के शाहपुर परिसर में वैदिक गणित के सिद्धांत पर राष्ट्रीय कार्यशाला का आज दूसरा दिन
राष्ट्रीय कार्यशाला का प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के शाहपुर परिसर में आज दूसरा दिन है।

धर्मशाला, जागरण संवाददाता। वैदिक गणित के सिद्धांत" विषय पर एक सप्ताह की राष्ट्रीय कार्यशाला प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के शाहपुर परिसर में आज दूसरा दिन है। यह कार्यक्रम संयुक्त रूप से गणित, कंप्यूटर और सूचना विज्ञान स्कूल के तहत वैदिक गणित अनुसंधान केंद्र और श्रीनिवास रामानुजनगणित विभाग की ओर से आयोजित ह रहै है। कार्यशाला 12 नवंबर 2021 तक चलेगी।

रेखा गणित, अंक गणित व बीज गणित की पुस्तकें लिखने के लिए का आग्रह किया।वैदिक गणित के सिद्धांत पर आज भी चर्चा होगी व नई जानकारियां एकत्रित होंगी।मुख्य वक्ता अतुल भाई कोठारी ने वैदिक गणित के सिद्धांतों पर अकादमिक चर्चा शुरू करने पर जोर दिया ताकि इस ज्ञान को आम जनता तक पहुंचाया जा सके। उन्होंने विश्वविद्यालय के गणितज्ञों/शोधकर्ताओं से वैदिक गणित के मौजूदा ज्ञान में योगदान देने के लिए रेखा गणित, अंक गणित और बीजगणित पर स्वतंत्र पुस्तकें लिखने का भी आग्रह किया।

यह बोले सीयू केकुलपति प्रो. एसपी बंसल

वैदिक गणित मानसिक गणनाओं के माध्यम से चीजों को सीखने का एक तेज और आसान तरीका है जो कि कंप्यूटर की तरह तेज होने के साथ-साथ सटीक भी है।उन्होंने यह भी कहा कि वैदिक गणित छात्रों के बीच गणित को रोचक और दिलचस्प बनाएगा। प्राचीन काल में लोग बिना किसी औपचारिक बुनियादी शिक्षा के भी मानसिक गणना में अधिक सक्रिय और तेज थे, इसलिए वर्तमान समय में वैदिक गणित हमें तेज मानसिक गणना करने और निर्णयों के मानकों को बनाए रखने में मदद कर सकता है।

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