दो दिन में कॉलेज स्थानांतरित नहीं हुआ तो आंदोलन

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) नगरोटा सूरियां इकाई ने मा

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 08:46 PM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 08:46 PM (IST)
दो दिन में कॉलेज स्थानांतरित नहीं हुआ तो आंदोलन
दो दिन में कॉलेज स्थानांतरित नहीं हुआ तो आंदोलन

संवाद सूत्र, नगरोटा सूरियां : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) नगरोटा सूरियां इकाई ने मांग उठाई है कि महाविद्यालय को स्कूल भवन से नवनिर्मित भवन में स्थानांतरित कर कक्षाएं शुरू की जाएं। इस बाबत प्राचार्य को ज्ञापन भी सौंपा। विद्यार्थी परिषद ने चेताया कि दो दिन के भीतर यदि स्थानांतरण नहीं किया गया तो आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा।

नगरोटा सूरियां इकाई अध्यक्ष अभय ठाकुर ने बताया कि महाविद्यालय को खुले लगभग सात वर्ष हो जाएंगे। चार बैच पासआउट हो चुके हैं, लेकिन महाविद्यालय आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के प्रयोगशाला भवन में चल रहा है। दो वर्ष पूर्व महाविद्यालय का भवन बनकर तैयार हो चुका है, लेकिन बीए, बीकॉम, बीएससी व बीसीए की कक्षाएं दो कमरों में ही चल रही हैं।

बीएससी के विद्यार्थियों के लिए न विज्ञान प्रयोगशाला है और न ही बीसीए के छात्रों के लिए कंप्यूटर प्रयोगशाला। पुस्तकालय की व्यवस्था भी नहीं है। न ही बैठने के लिए निश्चित स्थान जहां कक्षा खत्म होते ही बच्चे बैठ सकें।

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डाडासीबा में मोबाइल फोन सिग्नल न होने से छात्र परेशान

संवाद सूत्र, डाडासीबा : कोरोना का दौर आने के बाद पूरी दुनिया ऑनलाइन हो गई है। हर व्यक्ति घर बैठे ऑनलाइन ही अधिकतम कार्य कर रहा है। स्कूली बच्चों की पढ़ाई भी ऑनलाइन हो रही है। 4जी के दौर में भी जसवां परागपुर के डाडासीबा के लोग इंटरनेट तो दूर मोबाइल फोन पर बात तक नहीं कर पा रहे हैं। कारण यह है कि डाडासीबा में किसी भी मोबाइल फोन कंपनी का सिग्नल नहीं होता। सिग्नल कम होने के कारण हजारों उपभोक्ताओं के मोबाइल फोन शोपीस बनकर रह गए हैं।

स्थानीय लोगों में साहिल मेहरा, आशु, कर्ण, निहाल, रोहित, विनीत, आर्यन, नवीन मेहता, रजत सूद, कृष्ण दत्त शर्मा, सतीश ठाकुर आदि का कहना है कि डाडासीबा क्षेत्र के गांव सियूल खड्ड, नंगल चौक, बलघार और त्यामल में कई दिनों से सिग्नल कम आ रहा है, जिससे हर कोई उपभोक्ता परेशान है। उपभोक्ताओं का कहना है कि जब भी किसी ग्रामीण को फोन पर बात करनी होती है तो मकानों की छतों में इधर-उधर भागना पड़ता है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि मोबाइल फोन नेटवर्क कंपनी को डाडासीबा क्षेत्र में सिग्नल बढ़ाने के आदेश जारी करे।

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