एमवीआइ रिश्वत मामला : एमवीआइ व एजेंटों की फोन काल डिटेल खंगाल रही विजिलेंस
MVI Bribery Case वाहनों की पाङ्क्षसग के बदले पैसे के लेन-देन मामले में गिरफ्तार एमवीआइ (मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर) और दोनों एजेंटों की फोन काल डिटेल विजिलेंस खंगाल रही है। तीनों के फोन काल का रिकार्ड संबंधित कंपनियों से मांगा है।
मंडी, जागरण संवाददाता। MVI Bribery Case, वाहनों की पाङ्क्षसग के बदले पैसे के लेन-देन मामले में गिरफ्तार एमवीआइ (मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर) और दोनों एजेंटों की फोन काल डिटेल विजिलेंस खंगाल रही है। तीनों के फोन काल का रिकार्ड संबंधित कंपनियों से मांगा है। इस रिकार्ड के जरिए विजिलेंस यह जांच करेगी कि तीनों के तार कहां-कहां जुड़े हैं और इसमें परिवहन विभाग के कर्मचारियों की कोई भूमिका तो नहीं है।
तीनों को विजिलेंस ने कंसा चौक में 27 नवंबर को पासिंग के बाद सुंदरनगर में गिरफ्तार किया था। एमवीआइ के घर से भी कुछ फाइलें मिली हैं, जिनकी जांच भी विभाग कर रहा है। एमवीआइ सहित दोनों एजेेंटों की संपत्ति की जांच की भी तैयारी है। तीनों के बैंक खातों की जांच होगी। एएसपी विजिलेंस मनमोहन ने बताया कि तीनों आरोपितों के फोन काल डिटेल की जांच की जा रही है। साथ ही इनकी संपत्ति का ब्योरा भी मांगा गया है।
फर्जी लोन मामले में बैंक से मांगा रिकार्ड
पंजाब नेशनल बैंक की चनोल और मलोह शाखा में सामने आए फर्जी ऋण मामले में पुलिस ने अब बैंक से रिकार्ड मांगा है। बैंक के रिकार्ड के आधार पर यह देखा जाएगा कि आरोपित मैनेजर ने किस तरह से दस्तावेज तैयार कर संबंधित व्यक्ति के नकली हस्ताक्षर किए थे। हालांकि पुलिस ने अभी तक मैनेजर को जांच में शामिल होने के लिए नहीं बुलाया। लगभग 30 लाख रुपये के इस फर्जी ऋण मामले के सामने आने के बाद आरोपित को सेवानिवृत्त कर उसके सारे लाभ बैंक ने छीन लिए हैं। वहीं, पुलिस अब बैंक से मिलने वाले रिकार्ड के आधार पर उस पर शिकंजा कसेगी। एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।