नगर निगम मंडी में आया ऐसा प्रस्ताव जिस पर सत्ता पक्ष ने उठा दिए सवाल, कब्जे को पक्का करने का है मामला
Municipal Corporation Mandi नगर निगम की बैठक में सत्ताधारी दल के एक पदाधिकारी को लाभ देने का विरोध इस बार विपक्ष नहीं बल्कि पक्ष के लोगों ने ही कर दिया है। मामला मंडल अध्यक्ष की दुकान को पक्का करने का है।
मंडी, मुकेश मेहरा। Municipal Corporation Mandi, नगर निगम की बैठक में सत्ताधारी दल के एक पदाधिकारी को लाभ देने का विरोध इस बार विपक्ष नहीं बल्कि पक्ष के लोगों ने ही कर दिया है। मामला मंडल अध्यक्ष की दुकान को पक्का करने का है। पूर्व में नगर परिषद की बैठक में भी इस मसले को रखा गया था, लेकिन उस समय विपक्ष के विरोध के बाद यह सिरे नहीं चढ़ पाया। इस बार हुई नगर निगम की बैठक में विश्वकर्मा मंदिर के पास स्थित इस दुकान को पुन: पक्का करने का मामला बैठक की सूची में डाल दिया गया था। जैसे ही इस मामले पर चर्चा होने लगी तो विपक्ष में पार्षदों ने तो इस पर कुछ नहीं किया। लेकिन सत्ता पक्ष के मनोनीत पार्षद जो जिलाध्यक्ष भी हैं, ने इस पर आपत्ति दर्ज कर दी और कहा कि अगर पक्का करना है तो वहां मौजूद सारी दुकानों को किया जाए।
मामला अवैध कब्जे से जुड़ा होने के कारण इस पर नगर निगम के पदाधिकारी भी कुछ नहीं बोल पाए और चहेतों को लाभ देने के लिए की गई यह कार्रवाई अधर में ही रह गई। बैठक में बेशक यह मामला सिरे नहीं चढ़ पाया। लेकिन इसके बाद चर्चा का विषय जरूर बन गया है। पार्षद ही आपस में इस पर चुटकी लेते नजर आए।
बता दें कि जिस स्थान पर मंडल अध्यक्ष की यह दुकान है वहां पर तीन से चार दुकानें और हैं। ऐसे में अगर एक को पक्का किया जाता है तो अन्यों ने भी इस पर आपत्ति जतानी थी। मनोनीत सदस्य ने यही बात रखी और इस प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान नहीं की गई। वहीं इस मामले पर जब नगर निगम के पदाधिकारियों से बात की गई तो कोई भी कुछ खुलकर बोलने को तैयार नहीं था।