Lok Sabha Election 2019: सांसद शांता कुमार का रिपोर्ट कार्ड : जानिए पांच साल के कार्य

Mp shanta kumar report card सांसद शांता कुमार ने अपने इस कार्यकाल के दौरान क्‍या कार्य किए उनका रिपोर्ट कार्ड।

By Edited By: Publish:Sun, 24 Mar 2019 06:08 PM (IST) Updated:Mon, 25 Mar 2019 01:45 PM (IST)
Lok Sabha Election 2019: सांसद शांता कुमार का रिपोर्ट कार्ड : जानिए पांच साल के कार्य
Lok Sabha Election 2019: सांसद शांता कुमार का रिपोर्ट कार्ड : जानिए पांच साल के कार्य

धर्मशाला, जेएनएन। Lok Sabha Election 2019 अंत्योदय योजना के बाद किसान हित की सिफारिशों को मोदी सरकार से लागू करवाने वाले शांता कुमार अपने संसदीय क्षेत्र तक ही सीमित नहीं रहे हैं। इन्होंने अन्य संसदीय क्षेत्रों में भी सासंद निधि का आवंटन किया है। भारतीय खाद्य निगम की कार्यकुशलता और वित्तीय प्रबंधन में सुधार के लिए शाता कुमार की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय समिति ने निगम को नई शिक्षा देने व इसके पुनर्नवीनीकरण के बारे में प्रधानमंत्री कोसौंपे सुझावों का यह असर रहा कि प्रधानमंत्री किसान निधि किसानों के लिए शुरू हुई है। लंबी राजनीतिक पारी खेलने वाले शाता कुमार का लोकसभा का पाच साल का कार्यकाल मिलाजुला रहा है।

शांता ने सांसद निधि तो खर्च की, साथ ही पर्यटन व रोजगार की दृष्टि से बड़ी योजनाओं का तानाबाना भी बुना। पूरी सासद निधि बाटी और पिछली बची सासद निधि को भी विकास कार्य में खर्च किया। शांता कुमार ने कागड़ा संसदीय क्षेत्र के अलावा हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के देहरा, मंडी के भरमौर, बंजार व सराज व शिमला के रोहडू में भी सासद निधि से धन विभिन्न कार्यो के लिए आवंटित किया है। इन पांच वर्ष में सबसे अधिक योजनाएं पालमपुर व सुलह में शुरू हुई। यहां 200 से अधिक योजनाओं के लिए धन दिया है। साथ ही जिला चंबा के विभिन्न विस क्षेत्रों में विकास के लिए धन मुहैया करवाया है। सांसद निधि से दिया गया पैसा हैंडपंप, रास्तों के निर्माण, स्ट्रीट लाइट, श्मशानघाटों व स्कूल लाइब्रेरी में पुस्तकें उपलब्ध करवाने के लिए खर्च हुआ है। इन पाच साल में शाता कुमार ने वर्ष 2015 में सबसे अधिक 549 योजनाओं के लिए धन मुहैया करवाया। 17 हलकों वाले कागड़ा संसदीय क्षेत्र में शांता कुमार ने लगभग सभी क्षेत्रों का दौरा किया है।

वादे जो पूरे नहीं हुए

चंबा जिले में सीमेंट प्लाट शुरू नहीं हुआ। पर्यटन की दृष्टि से रोपवे भी नहीं बन पाए। मैक्लोडगंज रोपवे का कार्य भी गति नहीं पकड़ पाया।

कब कितना पैसा मिला

वर्ष,स्वीकृत योजनाएं,राशि

2014, 383, 53857564

2015, 549, 59404782

2016, 450, 51245027

2017, 437, 55894051

2018, 163, 24737125

कुल योजनाएं 1982 -राशि- 245138549

विधानसभा क्षेत्रों में खर्च

क्षेत्र,योजनाएं,राशि

बैजनाथ,137,16684993

धर्मशाला, 67,19158973

फतेहपुर, 128,9965000

इंदौरा, 79, 9491625

जयसिंहपुर, 145,12573642

जवाली, 106, 9691928

ज्वालामुखी, 120,12360605

कागड़ा, 82, 8524046

नगरोटा बगवा, 185,16359591

नूरपुर, 94, 9269992

पालमपुर, 227, 35626977

शाहपुर,100, 10973163

सुलह, 233, 22046785

भटियात, 71, 13615553

चंबा, 61, 12178544

चुराह, 56,9599969

डलहौजी, 81, 12629223

अन्य क्षेत्रों में दिया पैसा

देहरा, 5, 89146

भरमौर, 2, 298894

बंजार, 1, 1000000

रोहडू,1, 2500000

सराज, 1, 500000

संसद में शाता की उपस्थिति

298 दिन (36वीं रैंकिंग) ओवरऑल परफामर्ेंस 35.9 फीसद (199 रैंकिंग) लोकसभा परफार्मेंस 22.71 फीसद (304 रैंकिंग) संसदीय क्षेत्र परफार्मेंस 88.68 फीसद (80 रैंकिंग) प्रश्न पूछे मात्र 13।

पांच साल में उपलब्धियां

पठानकोट-मंडी फोरलेन का शिलान्यास करवाना। पालमपुर-बंदला रोपवे के लिए 1100 करोड़ रुपये की केंद्र से सहमति दिलवाना। केंद्रीय विश्वविद्यालय का नींव पत्थर रखवाना। चंबा सीमेंट कारखाने के लिए सरकार से बातचीत और निर्माण स्थल तक सड़क बनवाने की कार्यवाही करवाना। 250 की आबादी के हर गाव में सड़क सुविधा दिलवाना।

प्रमुख योजनाएं जो शुरू करवाई

केंद्रीय विश्वविद्यालय व पठानकोट-मंडी फोरलेन का शिलान्यास करवाया। पालमपुर व कागड़ा में पासपोर्ट कार्यालय की सौगात दी। मैक्लोडगंज रोपवे का निर्माण कार्य शुरू करवाया। पालमपुर-बंदला रोपवे के लिए भी 1100 करोड़ रुपये की सहमति दिलवाना ।

किन कार्यो को दी प्रमुखता

पांच वर्ष में 27 करोड़ रुपये सासद निधि से खर्च किए गए। पालमपुर में सौरभ वन विहार के लिए सबसे अधिक धन भी दिया। संसदीय क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों की सिफारिश पर सासद निधि से धन दिया गया। सासद निधि का सबसे अधिक पैसा पीने के पानी, छोटो रास्तों के निर्माण व सामुदायिक भवनों के निर्माण को लेकर दिया।

ये बोले शांता कुमार

शाता कुमार ने कहा सांसद निधि का सही ढंग से उपयोग हो, इसके लिए समीक्षा समय-समय पर की गई है। पर्यटन की संभावनाएं तलाशने की कोशिश की गई है। कागड़ा संसदीय क्षेत्र में इसकी अपार संभावनाओं को देखते हुए आधारभूत संरचनाओं की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। पठानकोट-मंडी फोरलेन का शिलान्यास हो चुका है। मनाली से लेह तक फोरलेन बनने से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। पर्यटन विश्व में तेजी से बढ़ने वाला उद्योग है और यह सबसे अधिक रोजगार देता है। इस ओर विशेष ध्यान दिया गया है। पर्यटन की दृष्टि से रोपवे निर्माण के लिए कदम उठाए गए हैं और चंबा में भी नए स्थानों को तलाशा जा रहा है। चंबा के सीमेंट कारखाने के निर्माण का काम भी शीघ्र शुरू होगा। प्रदेश सरकार भी इस कार्य की ओर अग्रसर है। केंद्रीय विश्वविद्यालय का शिलान्यास करवाया जा चुका है। हर गाव तक सड़क सुविधा उपलब्ध करवाई गई है।

कांग्रेस नेता चंद्र कुमार का निशाना

पूर्व सांसद चंद्र कुमार ने कहा पिछली बार शांता कुमार अपना आखिरी चुनाव कहकर मैदान में उतरे थे। मोदी की लहर में वह जीत भी गए, लेकिन उन्हें न तो मंत्रिमंडल में स्थान मिला और न ही वह संसद में कोई बड़ा मुद्दा कागड़ा संसदीय क्षेत्र का उठा सके। जिन अच्छे दिनों के आने की बात कहकर शाता ने मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा था तो वह बताएं कि वे अच्छे दिन अब कहा हैं। अब इस बार भी वह हवा का रुख देकर अपने आपको युवा बताकर चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी में हैं। पठानकोट-मंडी रेललाइन को वह ब्रॉडगेज नहीं करवा पाए। चुनाव के समय अब केंद्रीय विश्वविद्यालय व फोरलेन के शिलान्यास करवाकर जनता को ठगने का काम किया जा रहा है। कागड़ा संसदीय क्षेत्र में कोई बड़ा उद्योग तो दूर वह अपने ड्रीम प्रोजेक्ट चंबा सीमेंट कारखाने का नींवपत्थर तो रखवा नहीं सके। इन पाच वर्ष में मोदी की योजनाओं को लेकर केवल जनता को ठगने का प्रयास ही किया गया है। अब जनता भाजपा के झूठे वादों में नहीं आने वाली है।

chat bot
आपका साथी