पहली अक्टूबर को मारंडा में होगी माकड्रिल
जागरण संवाददाता धर्मशाला कांगड़ा जिला आपदा की दृष्टि से अति संवेदनशील है। हालांकि प्राकृ
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : कांगड़ा जिला आपदा की दृष्टि से अति संवेदनशील है। हालांकि प्राकृतिक आपदा को टाला नहीं जा सकता, लेकिन बेहतर प्रबंधन एवं पूर्ण तैयारियों से इससे होने वाले नुकसान को काफी हद तक कम किया जा सकता है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कांगड़ा की ओर से शनिवार को धर्मशाला के कैबिनेट हाल में बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त कांगड़ा डा. निपुण जिदल ने की। इस दौरान उन्होंने जिला आपदा प्रबंधन योजना और इसके सभी पहलुओं पर भी विस्तार से चर्चा की।
उपायुक्त ने कहा कि पालमपुर क्षेत्र के मारंडा रेलवे स्टेशन पर पहली अक्टूबर को प्रशासन की ओर से रेल दुर्घटना को लेकर माक ड्रिल आयोजित की जाएगी। माक ड्रिल के माध्यम प्रशासन लोगों तो शिक्षित करेगा ही, रेल दुर्घटना होने की स्थिति में अपनी तैयारियों का जायजा भी लेगा और कमियों का आकलन करेगा। इसके अतिरिक्त 19 दिसंबर को कांगड़ा किला तथा सिविल अस्पताल कांगड़ा में आपदा प्रबंधन को लेकर माक ड्रिल की जाएगी।
उपायुक्त ने कहा कि आपदा प्रबंधन प्लान को दो महीने के अंदर अपडेट किया जाएगा। इस संबंध में सभी विभागों के अधिकारियों/कर्मचारियों को संसाधन सूची को अपडेट करना होगा। इस दौरान कमेटी के सदस्यों की ओर से आपदा प्रबंधन से संबंधित विभिन्न उपकरण खरीदने तथा विभिन्न निर्णय पर स्वीकृति प्रदान की गई। इस दौरान एडीएम रोहित राठौर ने बैठक का संचालन किया तथा आपदा प्रबंधन से जुड़े विभिन्न विषयों पर विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष रमेश सिंह बराड़, कमांडेंट सात एनडीआरएफ रवि कुमार पड़िता, डीएफओ डा. संजीव शर्मा, एएसपी बद्री सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. गुरदर्शन गुप्ता, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. विक्रम कटोच, उप निदेशक उच्च शिक्षा रेखा कपूर, अधिशाषी अभियंता सुशील डढ़वाल, समन्वयक भानू, रोबिन्न सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।