डाडासीबा में लग रहे ट्रेड फेयर, जनहित में रोकने के लिए भेजा मुख्यमंत्री को ज्ञापन

डाडासीबा के प्रधान राजेंद्र सिंह सचिव सुनील शर्मा उपप्रधान सूरज वर्मा ने एसडीएम धनवीर सिंह ठाकुर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। डाडा सीबा ग्राउंड में 25 सितंबर से ट्रेड फेयर मेला लगने की तैयारी चल रही है यह मेला फिर लगभग एक महीने तक चलेगा।

By Richa RanaEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 01:12 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 01:12 PM (IST)
डाडासीबा में लग रहे ट्रेड फेयर, जनहित में रोकने के लिए भेजा मुख्यमंत्री को ज्ञापन
सूरज वर्मा ने एसडीएम धनवीर सिंह ठाकुर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा।

डाडासीबा, संवाद सूत्र। व्यापार मंडल डाडासीबा के प्रधान राजेंद्र सिंह, सचिव सुनील शर्मा उपप्रधान सूरज वर्मा ने एसडीएम धनवीर सिंह ठाकुर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। डाडा सीबा ग्राउंड में 25 सितंबर से ट्रेड फेयर मेला लगने की तैयारी चल रही है यह मेला फिर लगभग एक महीने तक चलेगा जो कि छोटे व्यापारी और स्थानीय लोगों के हित में नहीं है। क्योंकि पिछले दो वर्षों से करोना कॉल की मार झेल रहे डाडासीबा के स्थानीय छोटे दुकानदार ही प्रभावित नहीं होंगे बल्कि साथ लगते 20 गांवों के 350 के करीब छोटे दुकानदार भी प्रभावित होंगे। जिससे आर्थिक स्थिति पर बहुत बुरा असर पड़ेगा।

यह ट्रेड फेयर इसी वर्ष फरवरी 2021 में भी लगा हुआ था, साल में दो बार ट्रेड फेयर लगेगा तो छोटे दुकानदारों के खाने के लाले पड़ जाएंगे। कोरोना काल में इस तरह के आयोजन से क्षेत्र में करोना फैलना का डर है। इस ट्रेड फेयर में अन्य राज्यों से लोग दुकान लगाने आते हैं जो कि इस कोरोना काल में सही नहीं है। इस ट्रेड फेयर लगाने वाले संचालक इसमें न तो अपने दुकानदारों के लिए सुलभ शौचालय की व्यवस्था करते हैं न ही गंदगी उठाने की व्यवस्था करते हैं। जिससे स्वच्छता अभियान की भी धज्जियां उड़ाई जाती हैं जैसा कि इस वक्त प्रदेश में स्कूल बंद है। बड़े आयोजनों पर प्रतिबंध है पारंपरिक मेले भी बंद हैं तो ट्रेड फेयर कैसे उचित हो सकता है।

पिछले वर्ष व इस वर्ष फरवरी माह में भी यह ट्रेड फेयर यहां लगा था। जिसमें स्वच्छता नियमों की खुलकर धज्जियां उड़ाई गई थी। ग्राउंड के चारों ओर गंदगी और खाली बोतलों का भंडार इकट्ठा हो गया था, जिसे बाद में यहां पर कसरत व दौड़ लगाने वाले युवा साथियों ने साफ सुथरा बनाया। ट्रेड फेयर से सरकार को राजस्व की भारी हानि होती है क्योंकि यह लोग बिना जीएसटी के सामान बेचते हैं। इनके पास कोई पक्का बिल नहीं होता है। अधिकतर सम्मान चाइना मेड होता है जिसकी कोई सही गुणवत्ता नहीं होती। जिससे ग्राहक भी ठगे जाते हैं क्योंकि उन्हें सही सामान की जानकारी नहीं होती।

व्यापार मंडल डाडा सीबा अनुरोध करता है जिलाधीश कांगड़ा, पुलिस अधीक्षक, कांगड़ा मुख्य चिकित्सा अधिकारी, उपमंडलाधिकारी देहरा से अपील की जाती है कि ट्रेड फेयर मेला को रोका जाए।

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