हिमाचल की जेलों में कैदियों से मुलाकात बंद, नया कैदी कोरोना पॉजिटिव निकला तो नहीं होगा प्रवेश, पढ़ें खबर
Himachal Jails हिमाचल प्रदेश की जेलों में कैदियों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए जेल प्रशासन ने कई पुख्ता प्रबंध किए हैं। कोरोना की दूसरी लहर में पहले की तुलना में अधिक सतर्कता व सावधानियां बरती जा रही हैं। कैदियों से मुलाकात पर पूरी तरह से रोक है।
शिमला, राज्य ब्यूरो। हिमाचल प्रदेश की जेलों में कैदियों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए जेल प्रशासन ने कई पुख्ता प्रबंध किए हैं। कोरोना की दूसरी लहर में पहले की तुलना में अधिक सतर्कता व सावधानियां बरती जा रही हैं। कैदियों से मुलाकात पर पूरी तरह से रोक है। कोई भी स्वजन जेलों में इनसे मुलाकात नहीं कर पाएंगे। नया कैदी बिना कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट के जेल में प्रवेश नहीं कर पाएगा। उसे पहले कोरोना टेस्ट करवाना होगा। अगर पॉजिटिव पाया गया तो जेल की बजाय कोविड सेंटर में शिफ्ट किया जाएगा। जेल में किसी में भी संक्रमण के लक्षण पाए गए तो उसे अलग बैरक अथवा ब्लॉक में रखा जाएगा।
14 दिन तक क्वारंटाइन किया जाएगा। सभी छोटी, बड़ी जेलों में इसकी व्यवस्था की गई है। विचाराधीन कैदियों की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंङ्क्षसग के जरिये होगी। कैदी वर्चुअल माध्यम से ही स्वजन से बात कर पाएंगे। सूत्रों के अनुसार जो कैदी अभी पैरोल पर गए हैं, उन्हें कोरोना कफ्र्यू तक घरों में ही रहने को कहा गया है। इस दौरान वाहन नहीं चलेंगे, इस कारण वे वापस जेल नहीं आ पाएंगे।
सेेंंट्रल जेल में कितने कैदी
सेेंट्रल जेल नाहन में अभी कुल 505 कैदी हैं। इनमें से 211 अंडर ट्रायल और बाकी सभी सजायाफ्ता हैं। जबकि 16 महिला कैदी भी जेल में रह रही हैं।
कंडा जेल में 447 कैदी
सेंट्रल जेल में 447 कैदी रखे गए हैं। इनमें 23 महिला कैदी भी शामिल हैं। जबकि क्षमता 438 कैदी रखने की है। यहां भी अलग भी आइसोलेशन ब्लॉक बनाया गया है। अंदर तो कोई कैदी संक्रमित नहीं आया है। लेकिन जो कोर्ट के आदेश से यहां लाए गए हैं, वे चार- पांच पहले से ही पॉजिटिव चल रहे हैं।
कर्मचारियों की छुट्टियों पर रोक
जेल विभाग के सरकार ने आपात सेवाओं वाले विभागों में शामिल किया है, इस कारण कर्मचारियों का अवकाश रद कर दिया है। केवल आपात काल में अवकाश मिलेगा।
कितनी जेलें, कितने कैदी
प्रदेश में 15 जेल हैं। ज्यूडिशल लॉकअप समेत इन जेलों में कैदी रखने की क्षमता 2450 है। मौजूदा समय में इनमें करीब 2400 कैदी हैं।
जेल में टीकाकरण
45 और इससे अधिक आयु वर्ग के कैदियों को जेलों में ही कोविड- 19 की वैक्सीन लगाई जा रही है। इस संबंध में मुहिम चलाई जा रही है। दूसरे चरण में 45 से कम उम्र के कैदियों को वैक्सीन लगाएंगे।