हिमाचल में मैकेनिकल डिप्लोमा धारकों की इंडस्‍ट्री में डिमांड, उद्योगों ने मांगें 800 अभ्‍यर्थी, पढ़ें पूरा मामला

Mechanical Diploma Holders Job कोरोना संकट के बीच प्रदेश के डिप्लामा धारकों के लिए खुशियों भरा समाचार आया है। राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय कंपनियों ने प्रदेश के डिप्लोमा धारकों के लिए रोजगार के द्वार खोल दिए है। रोजगार में मैकेनिकल व इलेक्ट्रिकल डिप्लोमा धारकों मौका मिलेगा।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 11:34 AM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 11:34 AM (IST)
हिमाचल में मैकेनिकल डिप्लोमा धारकों की इंडस्‍ट्री में डिमांड, उद्योगों ने मांगें 800 अभ्‍यर्थी, पढ़ें पूरा मामला
कैंपस प्लेंसमेंट के माध्यम से दिये जा रहे रोजगार में मैकेनिकल व इलेक्ट्रिकल डिप्लोमा धारकों मौका मिलेगा।

कांगड़ा, रितेश ग्रोवर। Mechanical Diploma Holders Job, कोरोना संकट के बीच प्रदेश के डिप्लामा धारकों के लिए खुशियों भरा समाचार आया है। राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय कंपनियों ने प्रदेश के डिप्लोमा धारकों के लिए रोजगार के द्वार खोल दिए है। कैंपस प्लेंसमेंट के माध्यम से दिये जा रहे रोजगार में मैकेनिकल व इलेक्ट्रिकल डिप्लोमा धारकों मौका मिलेगा। हालात यह है कि प्रदेश में मैकेनिकल डिप्लोमाधारक मिल ही नहीं रहे, जबकि मैकेनिकल डिप्लोमाधारकों के लिए 800 से ज्यादा आवेदन बहुतकनीकी संस्थानों में पड़े हैं। परंतु प्रदेश के अधिकांश मैकेनिकल डिप्लोमाधारकों की प्लेसमेंट हो चुकी है या होने वाली है। मैकेनिकल के बाद इलेक्ट्रिकल ट्रेड की डिमांड प्रदेश में आ रही है और आने वाले दिनों में इलेक्ट्रिकल डिप्लोमा धारकों की भी यही स्थिति होने वाली है कि एक एक डिप्लोमा धारक के पास दो तीन कंपनियों के ऑफर होंगे।

कांगड़ा बहुतकनीकी संस्थान के प्लेसमेंट अधिकारी

कांगड़ा बहुतकनीकी संस्थान के मैकेनिकल डिप्लोमा इंजीनियरिंग के हेड व प्लेसमेंट अधिकारी अरविंद कटोच का कहना है कि कैंपस प्लेसमेंट के क्षेत्र में प्रदेश का नाम काफी आगे पहुंच गया है। उन्होंने बताया कि इसका मुख्य कारण प्रदेश के बहुतकनीकी संस्थानों में ट्रेनिंग इन्फ्रास्‍ट्रक्‍र अन्य प्रदेशों के मुकाबले काफी अच्छा है और दूसरा मुख्य कारण प्रदेश के लोगों की ईमानदारी व मेहनत अच्छी कंपनियों को प्रदेश की ओर आकर्षित करती है। उन्होंने बताया वर्तमान काेरोना काल में भी देश के साथ मल्टीनेशनल कंपनियों ने प्रदेश में मैकेनिकल डिप्लोमा धारकों की इतनी डिमांड निकाल दी है कि प्रदेश के बहुतकनीकी संस्थानों में मैकेनिकल डिप्लोमा धारकों की भारी कमी हो गई है। प्रदेश में यह पहला अवसर है कि कंपनियां प्लेंसमेंट करना चाहती है और कंपनियों को बच्चे ही नही मिल पा रहे है। मैकेनिकल डिप्लोमा धारकों की डिमांड ने अन्य प्रदेशों के बहुतकनीकी संस्थान को भी बहुत पीछे छोड़ दिया है।

मैकेनिकल इंजीनियरिंग के डिप्लोमा धारकों की इंडस्ट्री में रहती है मांग

वर्तमान में प्रदेश के कुल पंद्रह में से सात सरकारी बहुतकनीकी  संस्थान सुंदरनगर, कांगड़ा, हमीरपुर ,प्रगति नगर, बिलासपुर, पावंटा साहिब और किन्नौर में मैकेनिकल इंजीनियरिंग शाखा 40 सीटों के साथ कार्यात्मक है और इन कॉलेजों में अन्य औद्योगिक कंपनियां प्लेसमेंट के लिए आती है। मैकेनिकल इंजीनियरिंग के डिप्लोमा धारकों की इंडस्ट्री में मांग रहती है। इन छात्रों के अलावा जो उच्च शिक्षा के लिए जाते हैं, बाकी योग्य छात्रों के लिए कैंपस में ही अनेक नौकरी संबंधित संभावनाएं शुरू हो जाती हैं। इन कालेजों के मैकेनिकल डिप्लोमा धारकों की केंद्र सरकार से संबंधित इकाइयों में आवश्यकता तो रहती ही है, इसके अतिरिक्त पब्लिक सेक्टर इकाइयों जैसे एनटीपीसी,एनएचपीसी, बीएचईएल, बीडीएल ,रेलवे इत्यादि में भी डिमांड रहती है। डिप्लोमा धारक इंडस्ट्री के अनेक सेक्टर जैसे फार्मास्यूटिकल, ऑटोमोबाइल, प्रोडक्शन, कंस्ट्रक्शन, फिर्टलाइजर, टेलीकम्युनिकेशन इत्यादि सेक्टर में कंपनियों द्वारा भर्ती किए जाते हैं। अनेक पीएसयू, केंद्र और राज्य से संबंधित टेक्निकल नौकरियों एवं अग्रणी औद्योगिक कंपनियों जैसे टीवीएस मोटर्स, मारुति सुजुकी, अपोलो टायर्स, सोनालिका, एब्ट फार्मास्यूटिकल, मैन फोर्स, सिपला,अमूल, श्रीराम पिस्टन एंड रिंग्स, सुब्रोस इत्यादि कंपनियां इन सरकारी पॉलिटेक्निक संस्थानों से मैकेनिकल डिप्लोमा धारकों को नौकरी के लिए चयनित करती है।

पास होने वाले हरेक छात्र के पास होते हैं तीन व चार नौकरियों के ऑफर

मैकेनिकल ट्रैड की बढ़ती डिमांड के कारण से पास होने वाले प्रत्येक छात्रों के पास तीन से चार नौकरियों के प्रस्ताव हैं। जिनमें से उन्हें अपनी पसंद की नौकरी चुन सकते है। देशी व अंतरराष्ट्रीय कंपनियां इन सात संस्थानों के छात्रों के लिए कॉमन प्लेसमेंट ड्राइव संचालित करती है, जिसमें प्रत्येक योग्य छात्र को प्लेसमेंट के लिए उपयुक्त अवसर मिलता है। प्रत्येक योग्य  छात्न इन कंपनियों में 1,50,000 से 3,50,000 वार्षिक सैलरी पैकेज प्राप्त करता है। कई बार कंपनियों को मैकेनिकल डिप्लोमा धारकों की रिक्तियों होने के बावजूद भी प्लेसमेंट ड्राइव से खाली हाथ लौटना पड़ता है।

यह बोले तकनीकी शिक्षा मंत्री

प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री राम लाल मार्कंडेय का कहना है सरकार द्वारा शुरू की गई प्लेसमेंट का असर है कि प्रदेश के युवाओं को पास होते ही रोजगार मिल रहा है। उन्होंने बताया कि सरकार ने कई कंपनियों से अनुबंध किया है। जिससे रोजगार के अवसर बढ़े है। उन्होंने बताया कि रोजगार के अवसर बढ़ेंगें तो बहुतकनीकी संस्थान व सीट भी बढ़ेंगी। उन्होंने बताया कि बढ़ते रोजगार सरकार की नीति की सफलता को दर्शाती है।

chat bot
आपका साथी