एक हफ्ते के भीतर होगी जमीन की पैमाइश

ज्वालामुखी मंदिर की भूमि कितनी और कहां है जल्द आएगा सामने -पैमाइश में देरी होने से लोगों में

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 08:45 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 08:45 PM (IST)
एक हफ्ते के भीतर होगी जमीन की पैमाइश
एक हफ्ते के भीतर होगी जमीन की पैमाइश

ज्वालामुखी मंदिर की भूमि कितनी और कहां है, जल्द आएगा सामने

-पैमाइश में देरी होने से लोगों में पनपा आक्रोश, अवैध कब्जे करने वालों पर होगी कार्रवाई संवाद सहयोगी, ज्वालामुखी : विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री ज्वालामुखी मंदिर और उसके साथ लगते गोरख डिब्बी मंदिर प्रबंधन की भूमि की पैमाइश इसी हफ्ते होगी। तहसीलदार ज्वालामुखी जगदीश शर्मा ने बताया कि प्रशासन सिर्फ गोरख डिब्बी मंदिर की ही नहीं बल्कि मंदिर की सारी जमीन की पैमाइश करना चाहता हैं ताकि पता चल सके कि मंदिर की कितनी भूमि है और कहां कहां है। मंदिर की जमीन पर अवैध कब्जे पाए जाएंगे तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बताते चलें कि ज्वालामुखी मंदिर के साथ लगती जमीन पर गोरख डिब्बी मंदिर प्रबंधन ने लॉकडाउन के चलते बिना नक्शा पास कराए और बिना नगर परिषद की स्वीकृति से एक के बाद एक भवन के निर्माण कर लिए थे। जिस पर मंदिर न्यास ज्वालामुखी के सदस्यों ने आपत्ति जाहिर करते हुए तहसीलदार ज्वालामुखी को शिकायत की थी। इससे पहले पैमाइश के लिए 26 जून और 27 जून का समय निर्धारित किया गया था परंतु गोरख डिब्बी मंदिर प्रबंधन के बाबा सूर्य नाथ अस्वस्थ हो गए, जिसके चलते गोरख डिब्बी मंदिर प्रबंधन के आग्रह पर पैमाइश को कुछ दिन बढ़ा दिया गया। लंबे समय से पैमाइश न होने के चलते स्थानीय लोगों में सरकार व प्रशासन के खिलाफ रोष है, जिस पर प्रशासन हरकत में आया है और अब एक सप्ताह के अंदर इस पैमाइश को किया जाएगा और इसके लिए धर्मशाला से पुराने दस्तावेज भी मंगवाए गए हैं। ज्वालामुखी के कानूनगो नरेंद्र कुमार, कानूनगो रजनीश कुमार और पटवारी विजय कुमार ठाकुर की टीम दोबारा से मौके पर जाकर मंदिर न्यास ज्वालामुखी की भूमि की पैमाइश करेगी। नायब तहसीलदार ज्वालामुखी एसएस जरियाल के नेतृत्व में पैमाइश की जाएगी। इस दौरान तहसीलदार ज्वालामुखी जगदीश शर्मा, एसडीएम ज्वालामुखी अंकुश शर्मा, मंदिर न्यास ज्वालामुखी के सभी सदस्य और स्थानीय विधायक एवं राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष रमेश धवाला खुद मौजूद रहेंगे। वहीं दूसरी ओर से गोरख डिब्बी मंदिर प्रबंधन की तरफ से बाबा सूर्यनाथ और उनके सहयोगी उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा आसपास की भूमि के लगभग 25 भूमि मालिक भी पैमाइश वाले रोज बुलाए जाएंगे और सबके सामने भूमि की पैमाइश करवाई जाएगी, ताकि सच्चाई का पता चल सके।

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