कल्पा में अधिकतम तापमान ने तोड़ा 28 साल का रिकॉर्ड, मनाली में भी दिखा असर, जानिए वजह

Maximum Temperature Breaks Record हिमाचल के किन्नौर जिला के कल्पा में फरवरी में अधिकतम तापमान ने 28 साल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। 11 फरवरी 1993 को कल्पा का अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था और इस साल 21 फरवरी को 19 डिग्री दर्ज किया गया

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Tue, 23 Feb 2021 08:41 AM (IST) Updated:Tue, 23 Feb 2021 08:41 AM (IST)
कल्पा में अधिकतम तापमान ने तोड़ा 28 साल का रिकॉर्ड, मनाली में भी दिखा असर, जानिए वजह
किन्नौर जिला के कल्पा में फरवरी में अधिकतम तापमान ने 28 साल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है।

शिमला/मनाली, जेएनएन। Maximum Temperature Breaks Record, हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिला के कल्पा में फरवरी में अधिकतम तापमान ने 28 साल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। 11 फरवरी 1993 को कल्पा का अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था और इस साल 21 फरवरी को 19 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 14 डिग्री अधिक है। मौसम विभाग के निदेशक डॉ. मनमोहन सिंह के अनुसार यह लगातार धूप खिलने, मौसम साफ रहने और पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव का असर है। यह एक सामान्य प्रक्रिया है और तापमान बढ़ जाता है। इन दिनों प्रदेश के सभी क्षेत्रों में तापमान सामान्य से पांच से 14 डिग्री सेल्सियस तक अधिक दर्ज किया जा रहा है। शिमला में इस सीजन का सबसे अधिक तापमान 20.9 डिग्री दर्ज किया गया।

मनाली में भी दिखा असर

पर्यटन नगरी मनाली में पांच साल बाद फरवरी में अधिकतम व न्यूनतम तापमान में अधिक बढ़ोतरी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार वर्ष 2015 में 21 फरवरी को मनाली में अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस था। मनाली में इस साल 21 फरवरी को अधिकतम तापमान 17.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान 5.4 डिग्री सेल्सियस रहा। इन दिनों मनाली में औसतन अधिकतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान तीन डिग्री सेल्सियस के आसपास होता था। वहीं, लाहुल स्पीति जिले के केलंग में फरवरी में 15 साल बाद इस बार 21 फरवरी को न्यूनतम तापमान शून्य से ऊपर दर्ज हुआ है। यहां न्यूनतम तापमान 0.2 डिग्री सेल्सियस जबकि अधिकतम तापमान 11.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।  वहीं अटल टनल रोहतांग एक दिन बहाल होने के बाद फिर बंद हो गई है। बर्फबारी की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने आज पर्यटकों को सोलंगनाला तक ही जाने की अनुमति दी। जिस कारण सैंकड़ो पर्यटक अटल टनल के दीदार से वंचित हो गए।

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