फर्जी डिग्री मामला: मानवी भारती के अध्यक्ष का सिरोही में भी है विश्वविद्यालय, हो चुकी है जांच

Manav Bharti University मानव भारती विश्वविद्यालय कुमारहïट्टी (सोलन) के चेयरमैन राज कुमार राणा का राजस्थान में भी एक विश्वविद्यालय है।

By Rajesh SharmaEdited By: Publish:Tue, 10 Mar 2020 03:19 PM (IST) Updated:Wed, 11 Mar 2020 10:11 AM (IST)
फर्जी डिग्री मामला: मानवी भारती के अध्यक्ष का सिरोही में भी है विश्वविद्यालय, हो चुकी है जांच
फर्जी डिग्री मामला: मानवी भारती के अध्यक्ष का सिरोही में भी है विश्वविद्यालय, हो चुकी है जांच

धर्मशाला, जेएनएन। मानव भारती विश्वविद्यालय कुमारहïट्टी (सोलन) के चेयरमैन राज कुमार राणा का राजस्थान में भी एक विश्वविद्यालय है। नाम है माधव विश्वविद्यालय पिंडवाड़ा, यह सिरोही में है। जयपुर से हमारे सहयोगी मनीष गोधा के अनुसार राजस्थान में माधव विश्वविद्यालय पर भी बिना पढ़ाई के फर्जी डिग्रियां बांटने और पिछली तिथि से डिग्र्रियां बांटने के आरोप लग चुके हैं।

 इन आरोपों की जांच के लिए मोहन लाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय के उदयपुर के फैकल्टी ऑफ लॉ के अध्यक्ष प्रो. आनंद पालीवाल के संयोजन में 21 मार्च, 2017 को जांच समिति गठित की गई थी। जांच समिति ने 03 जून, 2017 को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। उसके बाद 07 जुलाई, 2017 को जांच रिपोर्ट विश्वविद्यालय को भेजी गई थी और रिपोर्ट में पाई कई कमियां एक महीने में पूरी करने को कहा था।

विश्वविद्यालय ने 04 अगस्त, 2017 को अनुपालन रिपोर्ट भेजी थी। इसके बाद विश्वविद्यालय की अनुपालन रिपोर्ट जांच समिति के संयोजक प्रो. आनंद पालीवाल को भेजी गई थी और विश्वविद्यालय द्वारा किए गए सुधारों पर उनकी राय मांगी गई थी। संयोजक ने विश्वविद्यालय द्वारा किए गए सुधारों को उचित बताया था। संयोजक की रिपोर्ट के आधार पर यह जांच बंद कर दी गई थी।

गौरतलब है कि दिसंबर, 2018 में वहां कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार बन गई थी। माधव विश्वविद्यालय पिंडवाड़ा, सिरोही ने अपने कार्य में सुधार कर लिया है, इस आशय की जानकारी राजस्थान विधानसभा में 22 जुलाई, 2019 को दी गई थी।

विधायक ने लिखा था पत्र

इस मामले में सिरोही के विधायक संयम लोढ़ा ने राजस्थान विधानसभा के सचिव को पत्र लिखा था। इसमें माधव विश्वविद्यालय पिंडवाड़ा पर सरकारी जमीन पर अतिक्रमण और आवंटन की शर्तों के उल्लंघन का आरोप लगाया था। विधायक ने कहा था कि विश्वविद्यालय तय दिशानिर्देशों का पालन नहीं कर रहा है। विधायक ने यह मामला राजस्व मंत्री के ध्यान में लाया था। इस संबंध में राजस्थान सरकार ने 25 फरवरी, 2020 को ïिवधानसभा सचिव को पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि विश्वविद्यालय ने मुख्य द्वार के पास पांच व्यावसायिक दुकानें बना दी हैं। यह तय शर्तों का उल्लंघन है। पत्र में कहा गया है कि अन्य आरोपों पर अभी विभागों का जवाब नहीं आया है।

chat bot
आपका साथी