14 जनवरी मकर सक्रांति पर सुबह 8:30 से शाम 4:46 बजे तक कर सकतें हैं पूजा, जानिए क्या क्या करें
लोहड़ी पर्व हिंदू पंचांग के अनुसार पौष या माघ के माह में आता है जबकि पश्चिमी पंचांग के अनुसार यह माह जनवरी में मकर संक्रांति से ठीक एक दिन पहले का दिन होता है। पंडित विपन शर्मा ने बताया कि इस वर्ष 13 जनवरी को लोहड़ी पर्व है।
धर्मशाला, जेएनएन। लोहड़ी पर्व हिंदू पंचांग के अनुसार पौष या माघ के माह में आता है, जबकि पश्चिमी पंचांग के अनुसार यह माह जनवरी में मकर संक्रांति से ठीक एक दिन पहले का दिन होता है। जवाली के ज्योतिषी पंडित विपन शर्मा ने बताया कि इस वर्ष 13 जनवरी को लोहड़ी पर्व है।
लोहड़ी पर्व के दौरान सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है, जिसे सूर्य का उत्तरायण होना कहा जाता है। सूर्य के उत्तरायण होने की अवधि 14 जनवरी से 14 जुलाई की होती है। लोहड़ी पर्व नवबधू और नवजात शिशु के बहुत शुभ माना जाता है। 14 जनवरी को मकर संक्रांति का शुभ मुहूर्त सुबह 8:30 से शाम 4:46 बजे तक है। लोहड़ी के दिन पश्चिम दिशा की ओर मुख करके पूजा की जाती है।
एक काले कपड़े पर महादेव का चित्र स्थापित करके उसके आगे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। उसके बाद उन्हें सिंदूर, बेलपत्र तथा रेवड़ियों का भोग लगाएं। फिर सूखे नारियल अथवा गोला लेकर उसमें कपूर डालकर अग्नि जलाकर उसमें रेबड़ी, मूंगफली या मक्का आदि डाली जाती है। इसके बाद इस अग्नि की कम से कम सात बार परिक्रमा जरूर करें।