Mahashivratri 2020: हिमाचल में शिवरात्रि की धूम, ढोल-नगाड़ों के साथ निकली भोले की बरात
Mahashivratri 2020 हिमाचल में शिवरात्रि की धूम शिमला में ढोल-नगाड़ों के साथ निकली भोले की बरात
जेएनएन, शिमला। Mahashivratri 2020: हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार को महाशिवरात्रि पर्व की धूम रही। प्रदेशभर के मंदिरों में कई लोग सुबह पांच बजे से ही मंदिरों में पहुंच गए। दोपहर बाद तक मंदिरों में श्रद्धालुओं की कतारें लगी रहीं। कई लोगों ने इस दौरान व्रत रखा। मंदिरों में श्रद्धालुओं के लिए फलाहार का भंडारा भी लगाया गया। कांगड़ा जिला के बैजनाथ, काठगढ़ मंदिर, ऊना जिला के गगरेट के शिवबाड़ी मंदिर, ध्यूंसर महोदव मंदिर, मंडी में भूतनाथ मंदिर समेत प्रदेशभर के मंदिरों में श्रद्धालु उमड़े। शिमला शहर शुक्रवार को महाशिवरात्रि पर शिव के रंग में रंगा नजर आया। इस दौरान मंदिरों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए। लोग सुबह से ही मंदिरों में पहुंचना शुरू हो गए थे। शहर के गंज बाजार स्थित राधा-कृष्ण मंदिर से भगवान शिव की बरात पार्वती को ब्याहने के लिए ढोल-नगाड़ों के साथ निकली। बड़ी संख्या में श्रद्धालु बरात में शामिल हुए।
सनातन धर्म सभा की ओर से बराती पगड़ी बांध कर भोले बाबा की बरात में शामिल हुए। इसमें मुख्य आकर्षण का केंद्र भगवान शिव की पालकी, भूत, प्रेत, शिवगण रहे। कई स्थानों पर पुष्प वर्षा के साथ स्वागत हुआ। हर कोई इस मनमोहक दृश्य को देखने के लिए उत्सुक दिखा। बराती महिलाओं ने नाचकर खूब आनंद लिया। मंदिर से सीटीओ, लोअर बाजार, शेर-ए-पंजाब से होते हुए राम मंदिर पहुंची। राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों ने भगवान शिव की बरात का स्वागत किया। रात को भगवान शिव व माता पार्वती का विवाह हुआ। विवाह में सभी मांगलिक रीति-रिवाजों को भी पूरा किया गया। सनातन धर्म सभा के सदस्य सतपाल शर्मा ने बताया कि राम मंदिर में शनिवार सुबह मां पार्वती की विदाई की जाएगी। विदाई के बाद कृष्ण मंदिर में माता पार्वती का विधिवत गृह प्रवेश होगा। विवाह संपन्न होने के बाद श्रद्धालुओं के लिए भंडारा लगाया जाएगा।
भक्तिरस में डूबा शहर
महाशिवरात्रि पर शहर के सभी मंदिरों में खूब भीड़ रही। मिडिल बाजार व लिफ्ट के समीप शिवालय और कालीबाड़ी मंदिर में सुबह सात बजे से ही भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया। श्रद्धालुओं ने शिवलिंग पर जल, दूध और बिल्व पत्र चढ़ाए और मंगल कामना की। भगवान शिव के दर्शन करने के लिए कतार में खड़े होकर लोग बम-बम भोले व हर-हर महादेव के जयकारे लगा रहे थे।