Man Ki Baat : आठ साल की उम्र में गंवाई आंखों की रोशनी, सियाचिन ग्लेशियर की कुमार पोस्ट तक ट्रैकिंग कर बनाया विश्व रिकार्ड, मोदी ने सराहा

Kinnaur Chongjin Engmo चांगो गांव की रहने वाली दिव्यांग बेटी चोंग्जिन एंगमो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रोत्साहन से काफी उत्साहित हैं। प्रधानमंत्री ने मन की बात कार्यक्रम में उनका जिक्र किया है। आंखों की रोशनी गंवा चुकी चोंग्जिन एंगमो सियाचिन ग्लेशियर की कुमार पोस्ट तक ट्रैकिंग कर चुकी हैं।

By Virender KumarEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 06:30 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 07:59 AM (IST)
Man Ki Baat : आठ साल की उम्र में गंवाई आंखों की रोशनी, सियाचिन ग्लेशियर की कुमार पोस्ट तक ट्रैकिंग कर बनाया विश्व रिकार्ड, मोदी ने सराहा
किन्नौर जिला के चांगो गांव की रहने वाली दिव्यांग बेटी चोंग्जिन एंगमो ।

रिकांगपिओ, समर नेगी। Kinnaur Chongjin Engmo, किन्नौर जिला के चांगो गांव की रहने वाली दिव्यांग बेटी चोंग्जिन एंगमो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रोत्साहन से काफी उत्साहित हैं। प्रधानमंत्री ने मन की बात कार्यक्रम में उनका जिक्र किया है। आठ साल की उम्र में आंखों की रोशनी गंवा चुकी चोंग्जिन एंगमो सियाचिन ग्लेशियर की कुमार पोस्ट तक 15,632 फीट तक ट्रैकिंग कर विश्व रिकार्ड बनाने वाले आठ सदस्यीय दिव्यांगजनों के दल में शामिल हैं। वह अभी दिल्ली में अपनी टीम के साथ मौजूद हैं। उन्हें उम्मीद है कि उन्हें प्रधानमंत्री से मिलने का मौका भी मिलेगा।

गलत दवा के कारण चली गई थी आंखों की रोशनी

फोन पर हुई बातचीत में चोंग्जिन एंगमो ने बताया कि आठ साल की उम्र में गलत दवा दिए जाने के कारण जिंदगी में अंधेरा हो गया था। दोनों आंखों की रोशनी चली गई। माता-पिता खेती कर गुजारा करते थे, इसलिए बड़े इलाज की भी कोई उम्मीद नहीं थी। इसके बावजूद अभिभावकों ने बेटी का हौसला न टूटे, इसलिए मेरी पढ़ाई को जारी रखने का फैसला लिया।

लद्दाख में पढ़ाई, दिल्‍ली विश्‍वविद्यालय से पोस्‍ट ग्रेजुएशन

लद्दाख से पढ़ाई करवाई, इसके बाद दिल्ली के विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की डिग्री करवाई। इतना ही नहीं जब मैंने पर्वतारोहण की इच्छा जताई तो माता-पिता ने इसका भी विरोध नहीं किया और अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण एवं संबद्ध खेल संस्थान मनाली में प्रशिक्षण दिलवाया।

उम्‍मीद नहीं थी सियाचिन जाने वाले शिविर में चयन होगा

चोंग्जिन एंगमो ने बताया कि फिर भी ऐसा नहीं सोचा था कि सियाचिन पहुंचकर परिवार का नाम रोशन कर पाऊंगी। जब लेह में 16 लोगों का शिविर लगा तो भी यह उम्मीद नहीं थी कि मेरा चयन होगा, लेकिन जज्बे और हिम्मत पर पूरा विश्वास था। इसके साथ ही प्रशिक्षक और जो टीम के समन्वयक थे उन पर भी पूरा विश्वास था। 16 में से आठ लोगों का चयन हुआ, जिनमें मेरा नाम भी शामिल था। अब जब इसे हासिल किया तो वह पल कैसे थे इसको बताने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। मैं इसके लिए उन सभी का धन्यवाद करती हूं, जिन्होंने मेरा सहयोग किया, मेरा हौसला बढ़ाया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मन की बात में हम लोगों को शामिल कर पूरे देश के दिव्यांगों को नई ऊर्जा और प्रेरणा दी है, जिसके लिए हम उनका धन्यवाद करते हैं।

चोंग्जिन एंगमो ने गौरवाविंत : कश्यप

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप, महामंत्री त्रिलोक जम्वाल, सचिव पायल वैद्य, प्यार सिंह कंवर एवं प्रवक्ता बलदेव तोमर ने भाजपा मुख्यालय दीपकमल चक्कर शिमला में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मन की बात सुनी। सुरेश कश्यप ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश की चोंग्जिन एंगमो का नाम लिया, जो प्रदेश के लिए गर्व की बात।

chat bot
आपका साथी