बैंक से लोन लेकर की पढ़ाई पर नहीं मिली लाइब्रेरियन की नौकरी, अब घर पर आ रहे नोटिस

Unemployment Librarian हिमाचल प्रदेश प्रशिक्षित बेरोजगार लाइब्रेरियन संघ की प्रदेशस्तरीय बैठक जवाली में संघ के प्रदेश सचिव किशोरी लाल की अध्यक्षता में संपन्‍न हुई। बैठक में प्रशिक्षित बेरोजगार लाइब्रेरियनों की मांगों पर विचार-विमर्श करके आगामी रणनीति तैयार की गई।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Sun, 21 Feb 2021 03:07 PM (IST) Updated:Sun, 21 Feb 2021 03:07 PM (IST)
बैंक से लोन लेकर की पढ़ाई पर नहीं मिली लाइब्रेरियन की नौकरी, अब घर पर आ रहे नोटिस
प्रशिक्षित बेरोजगार लाइब्रेरियन संघ की प्रदेशस्तरीय बैठक जवाली में सचिव किशोरी लाल की अध्यक्षता में हुई।

जवाली, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश प्रशिक्षित बेरोजगार लाइब्रेरियन संघ की प्रदेशस्तरीय बैठक जवाली में संघ के प्रदेश सचिव किशोरी लाल की अध्यक्षता में संपन्‍न हुई। बैठक में प्रशिक्षित बेरोजगार लाइब्रेरियनों की मांगों पर विचार-विमर्श करके आगामी रणनीति तैयार की गई। किशोरी लाल ने कहा मौजूदा समय में प्रदेशभर में करीब चार हजार प्रशिक्षित लाइब्रेरियन हैं, जो रोजगार की राह ताक रहे हैं। उन्होंने कहा प्रदेश सरकारों द्वारा लगातार लाइब्रेरियन कोर्स करवाया जा रहा है। लेकिन रोजगार देने में सरकारें नाकाम साबित हो रही हैं। उन्होंने कहा उन्हें लाइब्रेरियन के कोर्स किए हुए 15 से 20 साल हो गए हैं। लेकिन आजतक रोजगार नहीं मिला है।

किशोरी लाल ने कहा कि अधिकतर ने तो बैंक से कर्ज लेकर कोर्स किया था। लेकिन रोजगार न मिलने के कारण बैंक का कर्ज भी नहीं भर पाए हैं। बैंकों द्वारा लगातार कुर्की के नोटिस भेजे जा रहे हैं। लेकिन रोजगार न होने के कारण कर्ज भरना मुश्किल हो गया है। प्रशिक्षित होने के बावजूद दिहाड़ी इत्यादि लगाकर परिवार का पालन-पोषण भी बड़ी मुश्किल से कर पा रहे हैं।

उन्होंने कहा आखिरकार सरकारों को लाइब्रेरियनों की याद क्यों नहीं आती है। उन्होंने कहा प्रदेशभर में लाइब्रेरियनों के हजारों पद रिक्त हैं तथा पद रिक्त होने के कारण लाइब्रेरियों में पड़ी पुस्तकों को दीमक चाट रही है। संघ ने कहा कि मौजूदा सरकार ने 771 लाइब्रेरियनों के पदों को भरने का आश्वासन दिया था। लेकिन आजतक एक भी पद नहीं भरा गया। मौजूदा सरकार भी बेरोजगार प्रशिक्षित लाइब्रेरियनों के साथ छलावा कर रही है। मात्र वोट बैंक की राजनीति हो रही है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर, पूर्व शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज से कई बार फरियाद लगा चुके हैं। लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है।

उन्होंने कहा पूर्व की कांग्रेस सरकार ने भी लाइब्रेरियनों के पदों को नहीं भरा और उसका खामियाजा कांग्रेस को भुगतना पड़ा। उन्होंने चेताया कि अगर सरकार ने नौकरी नहीं देनी है तो फिर डिग्रियां भी वापस लेकर लाइब्रेरियनों के कोर्स करवाना बंद कर दे, ताकि युवा भटकने से बच जाएं। उन्होंने कहा अगर सरकार ने रिक्त पदों को अतिशीघ्र नहीं भरा तो आगामी विस चुनाव में इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

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