शिमला शहर से सात साल के बच्चे को उठा ले गया तेंदुआ, जानें पूरा मामला
राजधानी शिमला के कनलोग में देर रात तेंदुआ सात साल के बच्चे को उठा ले गया है। घटना रात साढ़े 10 बजे की है। पुलिस व वाइल्ड लाइफ की टीम मौके पर पहुंच गई है। बताया जा रहा है कि घटना होंडा शो रूम के पास पेश आई है।
शिमला, जागरण संवाददाता। राजधानी शिमला के कनलोग में देर रात तेंदुआ सात साल के बच्चे को उठा ले गया है। घटना रात साढ़े 10 बजे की है। सदर थाना, न्यू शिमला की पुलिस व वाइल्ड लाइफ की टीम मौके पर पहुंच गई है। बताया जा रहा है कि घटना होंडा शो रूम के पास पेश आई है। बच्चा बिहार के मजदूर का बताया जा रहा है। पूर्व पार्षद दिग्विजय ने जिला प्रशासन व वन विभाग से करनोग में तेंदुए को पकडऩे की मांग की है ताकि लोगों को इससे निजात मिल सके। इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों, इसलिए प्रशासन जल्द कदम उठाए।
कुछ माह पहले कृष्णानगर में एक घर में सुबह के समय तेंदुआ घुस गया और एक युवक को घायल कर दिया था। हालांकि घर में मौजूद महिला की बहादुरी से युवक बच गया। इसके अलावा भी संजौली, भट्टाकुफर, कैथू में भी कई बार तेंदुआ घरों के बाहर सीसीटीवी कैमरे में कैद हो चुका है। इसी तरह से राजधानी के उपनगरों में भी तेंदुआ सुबह व शाम को कई बार देखा गया है।
राजधानी शिमला के कार्ट रोड स्थित गुरुद्वारा साहिब के ठीक नीचे कृष्णानगर मोहल्ले में सोमवार सुबह करीब तीन बजे एक घर में घुसकर तेंदुए ने युवक पर हमला कर दिया। इस दौरान युवक की मां ने तेंदुए के चेहरे पर बिस्तर फेंक दिया। बिस्तर के ऊपर पड़ते ही तेंदुआ आनन-फानन में बाथरूम में घुस गया। स्वजन ने बाथरूम के दरवाजे को बाहर से कुंडी लगा दी और पुलिस व वन विभाग को जानकारी दी। 15 से 20 मिनट के बाद पुलिस व वन विभाग की टीम पहुंची। वन विभाग की टीम ने ट्रेंकुलाइजर गन से तेंदुए को बेहोश कर पिजरे में बंद कर दिया। तेंदुआ घर में सोए हुए कुत्ते को निशाना बनाना चाहता था। तेंदुए के हमले से युवक के सिर, आंख और गर्दन में चोटें आई हैं, उसे उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। यहां पर उसके सिर में 18 टांके लगे हैं।