Lahaul Flood: बीआरओ जवान एक सप्ताह में पटरी पर लाए लाहुल में जनजीवन, पांच पुलों का तलाशा विकल्प
Lahaul Cloudburst Updates बीआरओ ने फिर खुद को अव्वल साबित किया है। दिन रात युद्धस्तर पर काम करते हुए बह गए व क्षतिग्रस्त हुए पांच पुलों का एक सप्ताह के भीतर समाधान कर तांदी संसारी मार्ग पर छोटे वाहनों सहित टाटा 407 के लिए रास्ता बहाल कर लिया है।
केलंग, जागरण संवाददाता। Lahaul Cloudburst Updates, बीआरओ ने एक बार फिर खुद को अव्वल साबित किया है। दिन रात युद्धस्तर पर काम करते हुए बह गए व क्षतिग्रस्त हुए पांच पुलों का एक सप्ताह के भीतर समाधान कर तांदी संसारी मार्ग पर छोटे वाहनों सहित टाटा 407 के लिए रास्ता बहाल कर लिया है। बीआरओ को सबसे अधिक मेहनत शांशा, जाहलमा व मड़ग्रा में करनी पड़ी है। तोजिंग व थिरोत नाले में भी काम कर बीआरओ ने ट्रैफिक को सुचारू किया है। सड़कों के बहाल हो जाने से सबसे अधिक राहत किसानों को मिली है। बादल फटने से नालों ने जो तबाही मचाई है उसकी सबसे अधिक मार मयाड़ घाटी, तिन्दी, उदयपुर, त्रिलोकनाथ से कीर्तिंग तक के किसानों को पड़ी है।
किसानों की लाखों की सब्जी खराब हुई है। लेकिन बीआरओ ने युद्धस्तर पर काम करते हुए किसानों को बहुत बड़ी राहत दी है। गौर हो कि गत मंगलवार को गैंगस्टर ग्लेशियर क्षेत्र में बादल फटने से साकस नाले सहित बिलिंग, तोजिंग, लौट, शांशा, जाहलमा, थिरोट, चांगुट व मड़ग्रा नाले में बाढ़ आ गई थी। जाहलमा, चांगुट व मयाड़ पुल बह गया था जबकि शांशा पुल क्षतिग्रस्त हो गया था। जगह जगह लोग फंस गए थे। तोजिंग नाले में 10 लोग बह गए, जिनमें अभी तीन लोगों का कोई अता पता नहीं चल पाया है।
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बीआरओ कमांडर कर्नल उमा शंकर ने कहा बीआरओ ने अलग अलग टुकड़ियों में मोर्चा संभाला। बाढ़ आने के तीन दिन बाद भी शांशा व जाहलमा नाले का बहाव कम होने का नाम नहीं ले रहा था। तेज बहाव के बीच कार्य करने में दिक्कत तो बहुत आई। लेकिन निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करना था। प्रशासन व मंत्री डॉक्टर रामलाल मार्कंडेय सहित सीएम जयराम ठाकुर ने बीआरओ का हौसला बढ़ाया। बीआरओ ने बुलंद हौसलों से काम करते हुए एक सप्ताह के भीतर लाहुल के किसानों को राहत दी है। सभी बीआरओ के जवान बधाई के पात्र हैं।
विपदा की इस घड़ी में महिला मंडलों, युवक मंडलों व ग्रामीणों का बहुत सहयोग मिला है। सभी के सहयोग से विपदा से पार पाया जा सका है। जन जीवन को पटरी पर लौटने को बीआरओ व प्रशासन ने बेहतर काम किया है। मैने स्वयं एक सप्ताह घाटी में मोर्चा संभाला है। मार्ग को खोलने में लगे सभी लोगों का धन्यवाद व आभार व्यक्त करता हूं। जिसमे सबसे अधिक बीआरओ की टीम का धन्यवाद करता हूं। जिन्होंने दिन रात मेहनत कर इस मार्ग को खोला है।
तकनीकी शिक्षा मंत्री डाक्टर रामलाल मार्कंडेय ने कहा कुछ दिनों बाद बड़ी गाड़ियों की भी आवाजाही सुचारू हो जाएगी। मुख्यमंत्री का भी आभार जताता हूं कि विपदा की घड़ी में लाहुल की जनता का दुख बांटा व फौरी 10 करोड़ रुपये राहत देने की घोषणा की।