आज फतेहपुर में रूठों को मनाएंगे कुलदीप राठौर, भवानी के पक्ष में करेंगे प्रचार

जिला कांगड़ा के फतेहपुर उपचुनाव में कांग्रेस की जीत सुनिश्चित हो सके इसके लिए कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर जहां फतेहपुर में प्रत्याशी भवानी पठानिया के पक्ष में प्रचार करेंगे वहीं रूठों को मनाने के लिए उनसे बातचीत भी करेंगे।

By Richa RanaEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 09:03 AM (IST) Updated:Fri, 15 Oct 2021 09:03 AM (IST)
आज फतेहपुर में रूठों को मनाएंगे कुलदीप राठौर, भवानी के पक्ष में  करेंगे प्रचार
कुलदीप राठौर फतेहपुर में प्रत्याशी भवानी पठानिया के पक्ष में प्रचार करेंगे।

धर्मशाला, संवाद सहयोगी। जिला कांगड़ा के फतेहपुर उपचुनाव में कांग्रेस की जीत सुनिश्चित हो सके, इसके लिए कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर जहां फतेहपुर में प्रत्याशी भवानी पठानिया के पक्ष में प्रचार करेंगे, वहीं रूठों को मनाने के लिए उनसे बातचीत भी करेंगे। फतेहपुर विधानसभा में उपचुनाव की घोषणा के बाद भवानी पठानिया के साथ-साथ चेतन चंबियान, रीता गुलेरिया से बातचीत भी करेंगे, ताकि उन्हें मनाया जा सके।

कांग्रेस मौजूदा समय के उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित करने के लिए किसी भी प्रकार का रिश्क नहीं लेना चाहती है। हालांकि इससे पहले 11 अक्टूबर को टिकट न मिलने से नाराज नेताओं को मनाने का प्रयास प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला कर चके हैं। लेकिन उनके प्रयास रंग नहीं ला सके थे। अब पुन: कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष ने स्वयं रूठों को मनाने के लिए फतेहपुर की दौड़ लगाना लाजिमी समझा हैजिससे कि नाराज नेताओं को मनाकर फतेहपुर में कांग्रेस पार्टी को मजबूती दी जा सके। फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र में पांच प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।

ऐसे में कांग्रेस को यदि जीत की दिशा में आगे बढ़ना है तो उसे नाराज नेताओं को मनाना होगा। जिसके प्रयास कांग्रेस की ओर से लगातार जारी हैं। लेकिन दिलचस्प यह होगा कि क्या प्रदेश प्रभारी के बाद प्रदेशाध्यक्ष रूठों को मनाने में कामयाब होंगे या नहीं? यदि रूठों को प्रदेशाध्यक्ष मनाने में कामयाब रहते हैं तो इससे साफ जाहिर है कि कांग्रेस को मजबूती मिलेगी और यदि ऐसा संभव नहीं होता है तो फतेहपुर में कांग्रेस की डगर आसान नहीं रहेगी। प्रदेश में मंडी संसदीय क्षेत्र के अलावा तीन विधानसभाओं अर्की, जबलकोटखाई और फतेहपुर में उपचुनाव हैं और कांग्रेस महंगाई, बेरोजगारी के साथ-साथ केंद्र व प्रदेश सरकार की नीतियों से प्रभावित आम जनमानस को लेकर मुद्दा बनाए हुए हैं। लेकिन इन मुद्दों को भी तभी कांग्रेस नेता भुना पाएंगे जब उनके नाराज नेता आपस में एक होंगे।

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