योल में कूहल के टूट जाने से किसानों को खेती करना हुआ मुश्किल
धर्मशाला ब्लॉक की सौकणी द कोट गांव के पास से गुजरती मनूनी खड्ड से टूट चुकी है। जिससे रक्कड़ योल सिद्धबाड़ी बाघनी कनेड़ के किसानों की सैकड़ों एकड़ उपजाऊ भूमि बंजर होने के कगार पर है। पंचायत के माध्यम से सरकार के नुमाइंदों को भी अवगत कराया
योल, सुरेश कौशल। धर्मशाला ब्लॉक की सौकणी द कोट गांव के पास से गुजरती मनूनी खड्ड से टूट चुकी है। जिससे रक्कड़, योल, सिद्धबाड़ी, बाघनी, कनेड़ के किसानों की सैकड़ों एकड़ उपजाऊ भूमि बंजर होने के कगार पर है।
कई बार लोगों ने पंचायत के माध्यम से सरकार के नुमाइंदों को भी अवगत कराया, लेकिन चुनाव आने पर तो सभी जन प्रतिनिधि वादे तो कर जाते हैं लेकिन वाद में यह वादे आश्वासन बन कर ही रह जाते है। यह कूहल पिछले चार सालों से टूटी पड़ी है लेकिन कोई सुध लेने वाला नहीं। इसी कूहल पर छह गांवों के किसानों का परिवार चलता है। सिंचाई योग्य पानी का स्त्रोत न होने से किसानों को वर्षा के पानी पर निर्भर होना पड़ता है ।
रक्कड़ पंचायत प्रधान इंदू शर्मा ने कहा कहा कि कूहलें ही हर किसान के लिए जीवनदायिनी होती है लेकिन इनका दोहन रुक जाने से किसान असहाय होकर रह जाता है। सौकणी द कोट के पास मनूनी खड्ड पर टूटी कूहल के संबंध में कई बार सरकार से मांग की गई। लेकिन कोई साकारात्मक कारवाई नहीं हुई ।
इस कूहल से सैकड़ों एकड़ जमीन सिंचित होती है, परंतु पिछले चार साल से कूहल टूटी पड़ी है, जिससे छह गांवों के किसानों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। पंचायत के माध्यम से एक प्रस्ताव डाल कर स्थानीय विधायक के समक्ष टूटी हुई कूहल की मरम्मत करने की मांग रखी जाएगी ताकि किसानों को जमीन सिंचने में दिक्कत न हो। मौजूदा समय में सैकड़ों एकड़ जमीन सिंचित होने से वंचित रह रही है। किसानों को बारिश के पानी पर ही निर्भर होने को मजबूर होना पड़ता है। सरकार को इस ओर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
उधर धर्मशाला विधायक विशाल नैहरिया ने बताया कि इस संबंध में लोगों ने मांग रखी है। जल्द ही संबंधित विभाग को मौके पर जा कर निरीक्षण करने के लिए भेजा जाएगा।