बैजनाथ में सहेजी जा रही कूहलें, महिलाओं को मिल रहा रोजगार

नगर पंचायत क्षेत्र बैजनाथ में चलने वाली कई छोटी कूहलों को सहेजने का काम शुरू हुआ है। इस मुहिम में जहां गंदगी से तार हो रही इन छोटी कूहलों को नया जीवन मिल रहा है। वहीं क्षेत्र की सैकड़ों महिलाओं को रोजगार के अवसर भी मिले हैं।

By Richa RanaEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 10:20 AM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 10:20 AM (IST)
बैजनाथ में सहेजी जा रही कूहलें, महिलाओं को मिल रहा रोजगार
नगर पंचायत क्षेत्र बैजनाथ में चलने वाली कई छोटी कूहलों को सहेजने का काम शुरू हुआ है।

बैजनाथ, मुनीष दीक्षित। नगर पंचायत क्षेत्र बैजनाथ में चलने वाली कई छोटी कूहलों को सहेजने का काम शुरू हुआ है। इस मुहिम में जहां गंदगी से तार हो रही इन छोटी कूहलों को नया जीवन मिल रहा है। वहीं क्षेत्र की सैकड़ों महिलाओं को रोजगार के अवसर भी मिले हैं। मुख्यमंत्री शहरी आजीविका गारंटी योजना के तहत यहां वर्तमान में 11 वार्डों में करीब 200 महिलाओं को रोजगार के अवसर मिले हैं।

इस मुहिम में मुख्य रूप से सभी वार्डों से गुजरने वाली सिंचाई कूहलों को साफ किया जा रहा है। साथ ही कई जगहों पर पुरानी प्राकृतिक जल स्त्रोतों को साफ करने की मुहिम भी शुरू की गई है। वार्ड नंबर 10 के पार्षद मुकेश शर्मा बताते हैं कि सरकार की इस योजना का काफी लाभ मिल रहा है। इससे कई परिवारों को कोरोना महामारी के इस दौर में जहां रोजगार के अवसर मिले हैं। वही सभी वार्डों में सफाई कार्य भी हो पा रहा है। उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि अपने घरों का कूड़ा कचरा यहां कूहलों में न डालें। वार्ड पांच के पार्षद विनोद धीमान, वार्ड चार से चंपा देवी कहती हैं कि यह योजना काफी कारगर साबित हो रही है।

इस योजना के माध्यम से उनके बालों में काफी काम संभव हो पाए हैं। बैजनाथ पपरोला नगर पंचायत के अध्यक्ष कांता देवी का कहना है कि यहां सरकार की योजनाएं धरातल पर उतारी जा रही हैं। ताकि उन योजनाओं का आम आदमी तक पूरा लाभ पहुंच सके। नगर पंचायत बैजनाथ पपरोला के सचिव प्रदीप दीक्षित ने बताया कि यहां एक साल में 120 दिन का इस योजना में काम कर रही महिलाओं व अन्य लोगों के लिए रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया है। इसके तहत नई योजनाएं बनाई जा रही हैं। इसमें जहां सभी वार्डों में काम हो रहा है। वहीं कचरा डंपिंग साइट में भी खाद तैयार करवाई जा रही है।

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