जानिए रमेश धवाला क्यों बोले मंत्री महेंद्र ठाकुर मेरे मित्र पर अफसर कर रहे गुमराह, पढ़ें पूरा मामला
MLA Ramesh Dhawala विधायक एवं राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष रमेश चंद धवाला ने विपक्ष की गैरमौजूदगी में सदन में तीखे सवाल पूछे। उन्होंने कहा कि जलशक्ति मंत्री महेंद्र ङ्क्षसह के मुताबिक प्रदेश में एक भी कर्मचारी आउटसोर्स पर नहीं रखा गया है
शिमला, राज्य ब्यूरो। MLA Ramesh Dhawala, विधायक एवं राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष रमेश चंद धवाला ने विपक्ष की गैरमौजूदगी में सदन में तीखे सवाल पूछे। उन्होंने कहा कि जलशक्ति मंत्री महेंद्र ङ्क्षसह के मुताबिक प्रदेश में एक भी कर्मचारी आउटसोर्स पर नहीं रखा गया है, जबकि मेरे ही एक मंडल में 42 कर्मियों को आउटसोर्स पर रखा गया है। शिमला स्थित हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र मेें शुक्रवार को प्रश्नकाल के दौरान उन्होंने कहा कि मंत्री मेरे मित्र हैं, लेकिन अफसर इन्हें गुमराह कर रहे हैं। महेंद्र ने इनके सवाल को हंसकर टाल दिया और बोले, मैं अपने मित्र को क्या जवाब दूं। मेरे चैंबर में बैठेंगे और वहां मामला सेटल कर लेंगे। लेकिन, धवाला शांत नहीं हुए। पूछा कि जल शक्ति विभाग में जो भी कर्मी आउटसोर्स पर रखे हैं, क्या उन्हें विभाग में मर्ज किया जाएगा, सरकार की इस संबंध में क्या नीति है।
मंत्री ने कहा कि एक भी कर्मचारी को सरकार ने जल शक्ति विभाग में आउटसोर्स पर नहीं रखा है। सरकार ने पैराफीटर, पैरा वर्कर, मल्टीपर्पज वर्कर रखे हैं, अभी ये सूचना मेरे पास नहीं है। वामपंथी विधायक राकेश ङ्क्षसघा ने सप्लीमेंट्री सवाल पूछा। उन्होंने आरोप लगाया कि आउटसोर्स कर्मियों को मई से अब तक का वेतन नहीं मिला है। कसुम्पटी ही नहीं प्रदेश के कई क्षेत्र हैं, जहां यह हालात हैं। लेकिन, मंत्री सदन में आजीविका से जुड़े सवाल में हल्के में ले रहे हैं। तकनीकी पहलू पर खारिज करने का मामला नहीं है। इसका प्रभाव आपकी सरकार पर आएगा। मंत्री को इसका गंभीर जवाब देना चाहिए।
मंत्री बोले, सरकार नहीं छिपा रही सूचना
मंत्री ने सिंघा को जवाब दिया। उन्होंने कहा कि मुझे सदन में आने का लंबा अनुभव है। सरकार कोई भी सूचना नहीं छिपा रही है, अगर कहीं भी आउटसोर्स कंपनी वेतन नहीं दे रही है तो सरकार इनकी जांच करवाएगी।