जानिए... धूमल व अनुराग ने क्यों की प्रतिभा सिंह व विक्रमादित्य से मुलाकात और क्या कहा

शिमला विधानसभा में राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्‍द का संबोधन सुनने के बाद दोनों अपने नजदीकी माने जाने वाले नेता रङ्क्षवद्र रवि के साथ हालीलाज पहुंचे। वहां पर पूर्व सांसद प्रतिभा ङ्क्षसह व उनके बेटे विधायक विक्रमादित्य ङ्क्षसह मौजूद थे।

By Virender KumarEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 07:54 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 07:54 PM (IST)
जानिए... धूमल व अनुराग ने क्यों की प्रतिभा सिंह व विक्रमादित्य से मुलाकात और क्या कहा
प्रतिभा सिंह व बेटे विक्रमादित्‍य से मुलाकात करते प्रेम कुमार धूमल व अनुराग ठाकुर। जागरण

शिमला, जागरण संवाददाता। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और उनके पुत्र केंद्रीय खेल तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने शिमला दौरे के दौरान शुक्रवार को हालीलाज पर पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र ङ्क्षसह के निधन पर शोक जताया। राष्ट्रपति का संबोधन सुनने के बाद दोनों अपने नजदीकी माने जाने वाले नेता रङ्क्षवद्र रवि के साथ हालीलाज पहुंचे। वहां पर पूर्व सांसद प्रतिभा ङ्क्षसह व उनके बेटे विधायक विक्रमादित्य ङ्क्षसह मौजूद थे। काफी समय तक पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र ङ्क्षसह के बारे में और उनके कार्यों को लेकर चर्चा हुई। इस दौरान कई अन्य मसलों पर भी चर्चा होती रही।

विकास का 50 वर्षीय रोडमैप तैयार करने की जरूरत : अनुराग

हिमाचल के गठन की स्वर्ण जयंती के अवसर पर शिमला में राज्य विधानसभा के विशेष सत्र के समापन के बाद पुस्तकालय हाल में अनुराग ठाकुर ने कहा कि हिमाचल के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए 50 वर्षीय रोडमैप तैयार करने की जरूरत है। इस पर सामूहिक तौर पर कार्य किया जाना चाहिए। प्रदेश को देश में एक आदर्श राज्य बनाने के लिए प्रत्येक नागरिक के योगदान और भूमिका की आवश्यकता है।

पिछली सरकारों और राज्य की विकास यात्रा को आगे बढ़ाने के लिए वर्तमान सरकार की प्रशंसा की।

अनुराग ठाकुर ने कहा कि राज्य के लोगों को पिछले 50 वर्षों की यात्रा का आत्मनिरीक्षण करने और एक और विकास यात्रा शुरू करने के लिए प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है।

केंद्रीय मंत्री ने देश के सभी लोगों के निष्पक्ष, न्यायसंगत और समान सामाजिक आर्थिक विकास को सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रमुख प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार पहले से ही आत्मनिर्भर भारत के सक्रिय पथ पर चल रही है, जिसमें सभी जाति, रंग, पंथ या धर्म के नागरिकों के क्रास सेक्शन के लिए सभी क्षेत्रों में समृद्धि, विकास और विकास को सूचीबद्ध करने के लिए सभी पहल और कार्यक्रम सख्ती से चल रहे हैं।

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पर्यावरण के अनुकूल प्राकृतिक सुंदरता, कृषि, बागवानी, पर्यटन, शिक्षा, स्वरोजगार और विरासत के कारण सामाजिक-आर्थिक विकास के सभी क्षेत्रों में सतत विकास की अपार संभावनाएं हैं।

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