हिमाचल में बच्चियों के कम जन्म के बावजूद जानें कैसे बढ़ गया शिशु लिंगानुपात

स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों व शिशुओं के पंजीकरण के आधार पर 2020 में बालकों की अपेक्षा 2905 बालिकाएं कम जन्मी। एक वर्ष के दौरान 90772 शिशुओं ने जन्म लिया जिसमें से 46838 बालक व 43933 बालिकाएं हैं।

By Vijay BhushanEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 11:58 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 11:58 PM (IST)
हिमाचल में बच्चियों के कम जन्म के बावजूद जानें कैसे बढ़ गया शिशु लिंगानुपात
हिमाचल में बच्चियों की जन्मदर में वृद्धि हुई है।

शिमला, यादवेन्द्र शर्मा । मुबारक हो, लक्ष्मी आई है...। हिमाचल प्रदेश में इस साल बच्चियों के कम जन्म लेने के बावजूद शिशु लिंगानुपात में वृद्धि हुई है। 2019 में यह 920 था जो 2020 में 938 प्रति हजार पहुंचा गया। इसमें 18 प्रति हजार की वृद्धि हुई है जो सुखद है।

लेकिन चौंकाने वाली बात यह कि प्रदेश के किसी भी जिला का शहरी और ग्रामीण क्षेत्र ऐसा नहीं हैं जहां पर बालकों की अपेक्षा अधिक बालिकाओं ने जन्म लिया हो। 2019 में शिशुओं के पंजीकरण के आधार पर पाते हैं कि हमीरपुर, कुल्लू व मंडी के ग्रामीण क्षेत्रों में बालकों की अपेक्षा बालिकाओं का पंजीकरण अधिक हुआ था। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों व शिशुओं के पंजीकरण के आधार पर 2020 में बालकों की अपेक्षा 2905 बालिकाएं कम जन्मी। एक वर्ष के दौरान 90,772 शिशुओं ने जन्म लिया, जिसमें से 46,838 बालक व 43933 बालिकाएं हैं। शहरी क्षेत्र में 1715 कम बालिकाएं और ग्रामीण क्षेत्रों में 1190 कम बालिकाएं पैदा हुई हैं। 2020 में बालिका जन्म दर 48.39 जबकि बालक जन्म दर 51.59 दर्ज की गई है। 2019 में बालिका जन्म दर 47.90, जबकि बालक जन्म दर 52.10 थी। बालिका जन्म दर में .48 फीसद की वृद्धि हुई है।

हिमाचल में शिशु ङ्क्षलगानुपात की दर

वर्ष,शिशु ङ्क्षलगानुपात

2017,924

2018,917

2019,920

2020,938

2020 में शिशुओं का जन्म

जिला,बालक गांव,बालक शहर,कुल बालक,बालिका गांव,बालिका शहर,कुल बालिका,अंतर

बिलसपुर,1291,1080,2371,1217,1028,2245,-126

चंबा,1681,1770,3451,1662,1686,3348,-103

हमीरपुर,576,2652,3228,474,2464,2938,-290

कांगड़ा,7507,2369,9876,6834,2178,9012,-864

किन्नौर,127,00,127,124,00,124,-03

कुल्लू,458,2786,3244,438,2514,2952,-292

लाहुल स्पीति,37,00,37,54,00,54,-17

मंडी,979,4148,5127,1067,3884,4951,-176

शिमला,2273,4872,7145,2201,4711,6912,-233

सिरमौर,1261,2629,3890,1229,2381,3610,-280

सोलन,1479,3299,4778,1369,3157,4526,-252

ऊना,2552,1012,3564,2362,899,3261,-303

कुल,20221,26617,46838,19031,24902,43933,-2905

(स्रोत : स्वास्थ्य विभाग, हिमाचल प्रदेश)

दो साल का आंकड़ा

वर्ष,बालक,बालिका,कुल

2019,49364,45396,94760

2020,46838,43933,90772

अंतर,2526,1463,3988

प्रदेश में बीते वर्ष की अपेक्षा शिशु लिंगानुपात में वृद्धि हुई है। गर्भ में ङ्क्षलग जांच को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है। पड़ोसी राज्य पंजाब और हरियाणा के साथ लगते क्षेत्रों में पहले शिशु ङ्क्षलगानुपात में बहुत अधिक गिरावट दर्ज की गई थी। इन क्षेत्रों में निगरानी और जांच का परिणाम है कि कुछ सुधार हुआ है।

-डा. राजीव सैजल, स्वास्थ्य मंत्री, हिमाचल प्रदेश।

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