खालिस्तान समर्थकों ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को दी धमकी
Khalistan Supporter Threat खालिस्तान समर्थक एवं सिख फार जस्टिस संगठन के कर्ताधर्ता गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक बार फिर धमकी दी है। इस बार उन्होंने हिमाचल के सीएम व जनता सहित भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को धमकाया है।
शिमला, राज्य ब्यूरो। Khalistan Supporter Threat, खालिस्तान समर्थक एवं सिख फार जस्टिस संगठन के कर्ताधर्ता गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक बार फिर धमकी दी है। इस बार उन्होंने हिमाचल के सीएम व जनता सहित भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को धमकाया है। यह धमकी भी हिमाचल प्रदेश के पत्रकारों के माध्यम से दी गई है। इस संबंध में कई पत्रकारों को अंतरराष्ट्रीय कॉल आई। इसमें रिकॉर्डिंग संदेश के माध्यम से कहा गया है कि किसानों की मौत के लिए जेपी नड्डा जिम्मेवार हैं, क्योंकि वह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। बावजूद इसके किसानों के हितों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
गौरतलब है कि पन्नू के खिलाफ शिमला के साइबर थाने में पहले ही एफआइआर दर्ज है। इस मामले की जांच साइबर पुलिस कर रही है। अब जांच का दायरा और बढ़ जाएगा। पहले शिमला स्थित पत्रकारों को धमकी भरी कॉल आई थी। अब प्रदेश के दूसरे जिलों ऊना और सोलन से जुड़े पत्रकारों को धमकी भरा संदेश आया है। हालांकि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का कहना है धमकी को लेकर किसी प्रकार का जवाब देने की जरूरत नहीं है, क्योंकि जवाब खुद हिमाचल की जनता दे रही है। उन्होंने कहा 15 अगस्त को हर घर में भारतीय तिरंगा फहराया जाएगा। धमकी से प्रदेश सरकार डरने वाली नहीं है और धमकी देने वाले के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
पन्नू ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को धमकी दी कि 15 अगस्त को उन्हें तिरंगा झंडा नहीं फहराने देंगे। लोग 15 अगस्त को घर पर रहें। किसान ट्रैक्टर लेकर सड़क पर उतरेंगे और मुख्यमंत्री को तिरंगा फहराने से रोकेंगे। लोगों को भी आगाह किया गया है कि वे 15 अगस्त को अपने घरों में ही रहें। इस तरह से आम लोगों को भी दहशत में लाने की कोशिश की गई है।
गत शुक्रवार को भी पन्नू ने प्रदेश के कई पत्रकारों को फोन पर रिकार्डिड संदेश भेजकर धमकी दी थी कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को 15 अगस्त को तिरंगा झंडा नहीं फहराने देंगे। आज फोन कॉल के साथ रिकार्डिड संदेश भी फारवर्ड किया गया है। इस संदेश के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। मुख्यमंत्री की सुरक्षा पहले से ही चाक चौबंद है।
उधर, पुलिस अधीक्षक ऊना अर्जित सेन ठाकुर ने कहा कि साइबर पुलिस मामले की जांच कर रही है। शिमला पहले ही मामला दर्ज है। सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से सतर्क हैं।