Karwachauth: करवा चौथ पर पांच साल बाद बन रहा शुभ योग, जानिए पूजा की विधि व शुभ मुहूर्त
Karwachauth Special Occasionशाहपुर के आचार्य पंडित टेक चंद उपाध्याय ने बताया करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष चतुर्थी को होता है। इस वर्ष 24 अक्टूबर 2021 दिन रविवार को है। पांच साल बाद इस करवा चौथ पर शुभ योग यह है कि रोहणी नक्षत्र में पूजन होगा
धर्मशाला, जागरण संवाददाता। Karwachauth Special Occasion, शाहपुर के आचार्य पंडित टेक चंद उपाध्याय ने बताया करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष चतुर्थी को होता है। इस वर्ष 24 अक्टूबर 2021 दिन रविवार को है। पांच साल बाद इस करवा चौथ पर शुभ योग यह है कि रोहणी नक्षत्र में पूजन होगा तो वहीं रविवार का दिन भी सूर्य देव का भी व्रती महिलाओं को आशीर्वाद मिलेगा। करवा चौथ पति की लंबी आयु की कामना के लिए निर्जल व्रत करती हैं चंद्रमा देखकर ही व्रत खोला जाता है, यह योग आठ अक्टूबर 2017 को भी बना था रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित है सूर्यदेव के आरोग्य और दीर्घायु प्रदान करते इस शुभ मुहूर्त मे पूजा करने से व्रती महिलाओं को हर इच्छा पूर्ण होती है।
इस वर्ष रोहणी नक्षत्र में चांद निकलेगा और पूजन होगा। रविवार सुबह तीन बजे उठकर एक मिनट पर चतुर्थी शुरू होगी जो अगले दिन 25 अक्टूबर सुबह पांच बजकर 43 मिनट तक रहेगी। इस बार चांद निकलने का समय 8:11 से 8:51 तक रहेगा और पूजन का शुभ मुहूर्त 24 अक्टूबर 2021 को शाम 6:55 से 8:51 तक हैं।
सुबह सूर्य उदय से पहले उठकर स्नान करने के बाद में सरगी के रूप में मिला हुआ भोजन करें। पानी पीएं और गणेश जी की पूजा कर निर्जला व्रत का संकल्प लें। इसके बाद शाम तक कुछ भी खाना पीना नहीं है। पूजा के लिए शाम को सभी देवता की स्थापना करें। इसमें करवा रखें, एक थाली में धूप दीप टीका, चावल, चीनी सिंधूर रखें, घी का दीपक जलाएं, पूजा चांद के निकलने के एक घंटा पहले शुरू कर दें कथा सुन लें इसके बाद चांद के दर्शन करके व्रत खोलें।