शाहपुर के कोरोना संक्रमित के लिए मसीहा बने कार्णिक, निजी एंबुलेंस में पहुंचाया अस्‍पताल

संकट की घड़ी में जहां कई लोग इस समय भी मुनाफे के बारे में सोचकर कार्य कर रहे हैं वहीं लोगों की जान बचाने के लिए भी कई लोग सामने आ रहे हैं। कार्णिक ने कोरोना संक्रमित मरीज को खुद निजी एंबुलेंस में धर्मशाला अस्पताल पहुंचाया।

By Richa RanaEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 04:30 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 04:30 PM (IST)
शाहपुर के कोरोना संक्रमित के लिए मसीहा बने कार्णिक, निजी एंबुलेंस में पहुंचाया अस्‍पताल
शाहपुर के कार्णिक ने एक कोरोना संक्रमित मरीज के लिए निजी एंबुलेंस की सेवा दी।

कांगड़ा, जेएनएन। संकट की घड़ी में जहां कई लोग इस समय भी मुनाफे के बारे में सोचकर कार्य कर रहे हैं वहीं लोगों की जान बचाने के लिए भी कई लोग सामने आ रहे हैं। ऐसे ही एक समाज सेवी व शाहपुर के युवा भाजपा कार्यकर्ता कार्णिक ने एक कोरोना संक्रमित मरीज के लिए निजी एंबुलेंस की सेवा दी, वहीें मरीज को धर्मशाला अस्पताल पहुंचाया।

पीडि़त व्यक्ति कोरोना संक्रमित था और ऐसे में कार्णिक ने खुद पीपीई किट पहनी व मरीज को अपनी एंबुलेंस से लेकर अस्पताल की ओर चल पड़े। खुद भी कोरोना संक्रमित होने का खतरा काफी ज्यादा था परंतु पीड़ित की जान बचाने के लिए कार्णिक ने अपनी जान की परवाह किए बगैर कोरोना संक्रमित की सहायता कर समाज में एक मिसाल पेश की है। मिली जानकारी के अनुसार शाहपुर पंचायत के ददरौली वार्ड में अचानक एक कोरोना संक्रिमत बुजुर्ग महिला की तबीयत खराब हो गई। जिनका पूरा परिवार कोरोना से संक्रिमत है। पंचायत के उप प्रधान विनोद ने शाहपुर अस्पताल से इस संदर्भ में बात की, परंतु उन्हें अस्पताल से एंबुलेंस नहीं मिली।

उन्होंने उसी समय कार्णिक उपाध्याय को फोन किया तो कार्णिक ने उसी समय अपनी हेल्पलाइन से गाड़ी भेजी जिसे अभी हाल ही में कार्णिक ने एंबलुेंस में तबदील किया था। इस दौरान कार्णिक खुद मौके पर मौजूद थे और पीपीई किट पहन मरीज को धर्मशाला कोविड केयर सेंटर में दाखिल करवाया। कार्णिक की समाज सेवा को देखते हुये वार्ड पार्षद विकास गुप्ता ने तहे दिल से कार्णिक का इस निस्वार्थ सेवा के लिए धन्यवाद किया।

उन्होंने शाहपुर प्रशासन से यह सवाल भी किया कि शाहपुर अस्पताल से अगर किसी कोरोना संक्रिमत मरीज़ को इमरजेंसी में एंबुलेंस की आवश्यकता पड़ती है तो वो कहां जाएं। उन्होंने कहा कि निजी एंबुलेंस नहीं मिलती तो मरीज की जान भी जा सकती थी।

वहीं कार्णिक ने कहा कि उन्हें बीएमओ ने सारी स्थिति से अवगत करवा दिया था और उन्होंने पीडित के लिए मदद मांगी। उन्होने कहा कि बीएमओ शाहपुर के रूप में सेवाएं देना अतुलनीय और प्रशंसनीय हैं। संसाधनों के अभाव में भी कोरोना काल के इस कठिन समय में बीएमओ शाहपुर की सारी टीम बहुत बेहतरीन कार्य कर रही है। जब भी जरूरत पड़ी बीएमओ शाहपुर ने हमेशा उनका सहयोग किया है।

chat bot
आपका साथी