बंदरों को जहर देने वालों पर करणी सेना उग्र, कहा प्रशासन करे कार्रवाई
जिला ऊना के समीप अम्ब में बंदरों को जहर देकर मारने का मामला सामने आया है इस पर करणी सेना अध्यक्ष ऊना गुरपाल राणा ने कहा कि हिंदू धर्म में बजरंगबली कि सेना बंदरों को आज तक पूजा जाता रहा है।
ऊना, जेएनएन। जिला ऊना के समीप, अम्ब में बंदरों को जहर देकर मारने का मामला सामने आया है, इस पर करणी सेना अध्यक्ष ऊना गुरपाल राणा ने कहा, कि हिंदू धर्म में बजरंगबली कि सेना, बंदरों को आज तक पूजा जाता रहा है, वहीं आज कल कुछ पापी लोग इन बंदरों को खाने कि चीजों (ब्रैड इत्यादि) में जहर बग़ैरह मिला कर डाल देते हैं और बंदरों को इन जहर लगी चीजों (ब्रैड इत्यादि) को खाने के बाद बहुत ज्यादा प्यास लगती है और जैसे ही बंदर पानी पीते हैं, तो इनके गले व पेट में बहुत तेज दर्द होती है और बंदर तड़प तड़प कर मर जाते हैं।
जहां आजकल नवरात्रों का दौर चला हुआ है लोग माता रानी की पूजा करते हैं और आज कल राम लीला का समय भी है हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि अगर हनुमान और ये बानर सेना नहीं होती तो शायद प्रभु राम के लिए लंका पर विजय पाना और सीता माता को वापिस लाना बहुत मुश्किल हो जाता। कुछ पापी लोग इस धार्मिक पर्व के समय पर इस बजरंगवली की सेना को जहर देने जैसा घिनौना काम कर रहे हैं,
बंदरों के मरने से स्थानीय लोग भी बहुत परेशान हैं क्योंकि इनके मरने से बाकी बंदर भी खूंखार हो गए हैं और बंदरों ने स्थानीय लोगों को तंग करना व काटने को दौड़ रहे हैं। ये घटना मात्र छह माह के भीतर दूसरी बार देखने को मिली है। और दूसरी तरफ आज भी कई जगहों पर बानरों को वीर बजरंग वली की सेना मानते हैं और अगर कोई बंदर मर जाए तो आज भी पूरे हिंदू रीति रिवाज के अनुसार उनका अंतिम संस्कार किया जाता रहा है।
आज जहां सारी दुनिया कोरोना महामारी (कोविड-19) से जूझ रही है, मगर कुछ पापी लोग इस प्रकार का महापाप कर अपने पापों का घड़ा भर रहे हैं। और उधर देवी मंदिर अंब के आस पास बंदर मरने के बाद गल सड़ रहे वानरों की वजह से बदबू फैल रही है व कोई गंभीर रोग / महामारी फैलने का भी खतरा है, इसलिए करनी सेना प्रशासन से विनती करती है कि मरे हुए वानरों को दबाने के लिए उचित प्रबंध किया जाए।
मैं गुरपाल राणा अध्यक्ष ऊना करणी सेना सभी से विनती करता हूं कि जो कोई भी इस तरह से हिन्दू धर्म को ठेस पहुंचाने की कोशिश करता हुआ देखा जाए या किसी पर कोई शक हो तो कृपया करणी सेना को जरूर बताएं। करणी सेना दोनों हाथ जोड़ कर विनती करती है कि अगर किसी को इस वानर सेना से कोई दिक्कत है तो वो सामने आए और प्रशासन को अपनी समस्या बताए, मगर इस तरह तरह का कोई घिनौना कार्य ना करें।
करणी सेना का प्रशासन से अनुरोध है कि इस तरह से बंदरों को कुछ भी खाद्य सामग्री डालने पर पूर्ण प्रतिबंध होना चाहिए, क्योंकि प्रकृति ने इस प्रकार के सभी जीव जंतुओं के लिए खाने पीने का पूरा प्रबंध किया हुआ है। और करणी सेना प्रशासन से भी विनती करती है कि ऐसा कार्य करने वालों पर आपकी नज़र रखे और उसे पकड़ कर उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे। और अब हमारे करणी सैनिक भी इस कार्य पर अपनी पैनी नज़र रखे हुए है और अगर कोई भी इस प्रकार का कार्य करता हुआ करणी सेना के हाथ लग गया तो उसे बख्शा नहीं जाएगा वहीं मौके पर, वही खाना उसे खिला कर उसका हिसाब चुकता किया जाएगा।